लीलावती उर्फ बुद्धो की गला काटकर हत्या करने वाला उसका पोता ही निकला,पुलिस ने किया खुलासा,,,

लीलावती उर्फ बुद्धो की गला काटकर हत्या करने वाला उसका पोता ही निकला,पुलिस ने किया खुलासा,,,

शराब के लिए पैसे न देने पर पोते ने गंडासे से काटी थी दादी की गर्दन..

पेंशन से हर महीने पोते को खर्च देती थी दादी, शराब की लत ने बना दिया कातिल..

रुड़की: वृद्धा की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उसी का पोता निकला। शराब के लिए पैसे न देने पर हुए झगड़े में उसने गंडासे से दादी की गर्दन काट डाली थी। मंगलौर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया। दरअसल, मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के तांशीपुर गांव में एक वृद्धा लीलावती उर्फ बुद्धो की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। दिनदहाड़े वृद्धा की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई थी। वृद्धा की बेटी कमलेश ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी देहात परमेंद्र डोबाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने हर एंगल से छानबीन की। मंगलौर कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण के नेतृत्व में 4 पुलिस टीमों का का गठन किया गया। अहम सुराग मिलने पर वृद्धा के पोते रिंकी को नारसन क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने जो कहानी बताई, उसे सुनकर हर किसी के रौंगटे खड़े हो गए।
रिंकी ने बताया कि उसके पिता जी सिंचाई विभाग में नौकरी करते हैं और बुआ की शादी बिझौली गांव में हुई थी। फूफा प्रकाश की मृत्यु करीब 10 साल पहले हो चुकी है। बुआ के हिस्से में करीब 13-14 बीघा जमीन बिझौली में थी, जो हाईवे बनने के कारण महंगी हो गयी। बुआ ने रिंकी के माध्यम से 6-7 साल पहले उसमें से 10 बीघा जमीन बेच दी थी। इसके बाद तांशीपुर में जमीन खरीदकर रहने लगी। बताया कि उसकी दादी लीलावती कई साल से बुआ के साथ ही उसके घर पर रहती थी। दादा हरनन्दलाल सहारनपुर में सिचाई विभाग में काम करते थे, इसीलिये दादी को करीब 12 हजार रूपये प्रतिमाह पेंशन मिला करती थी। जिसमें से मेरी दादी मुझे खर्चे के लिये करीब हर महीने 7-8 हजार रूपये दे दिया करती थी। अपनी बुआ से भी खर्चे के लिये पैसे मांगा करता था। शराब पीने की लत थी जिस कारण मेरे घरवालों ने नशा मुक्ति केन्द्र में भी रखा था। लेकिन कुछ समय से दादी व बुआ ने मुझे पैसे देने में आना कानी करने लग गई थे। इसलिए झगडा हुआ करता था। घटना के दिन बुआ अपनी बेटी को स्कूल से लेने गई हुई थी। घर में काम कर रहे मिस्त्री मजदूर खाना खाने के लिए गए। तभी वह घर में पहुंचा और अपनी दादी को समझाने की बहुत कोशिश की। लेकिन जब वह नही मानी तो घर पर ही रखे गंडासे से उसकी गर्दन पर वार किए, जिससे उसकी गर्दन कट गयी।
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पुलिस को भटकाने के लिए किया यह काम…..
पुलिस को भटकाने के लिए अपनी दादी की सलवार दुपट्टा अलग निकालकर रख दिया। ताकि पुलिस ये समझे कि दादी के साथ गलत काम हुआ है। गंडासे को गन्ने के खेत में छिपाकर घर लौट आया था। कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि उसकी निशानदेही पर लोहे का खून से सना गंडासा भी बरामद कर लिया गया है।
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पुलिस टीम….
1. प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण
2. व0उ0नि0 दीप कुमार
3. उप निरीक्षक मनोज कुमार
4. उप निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह
5. कॉन्स्टेबल 24 रविंद्र राणा
6. कॉन्स्टेबल 857 उत्तम
7. कॉन्स्टेबल 458 मनीष
8. कॉन्स्टेबल 1579 अरविंद
9. कॉन्स्टेबल 78 विनोद डोभाल
10. कॉन्स्टेबल 1035 सोहन मेहरा

उत्तराखंड