*भिक्षावृत्ति में सम्मिलित मासूम बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेलने वाला गुनहगार कौन?*
*आखिरकार प्रशासन क्यों मौन है*
बुरहान राजपूत
*पिरान कलियर*
विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अली अहमद साबिर कलियरी से आस्था रखने वाले जायरीन देश – विदेश से बड़ी संख्या में अपनी मन्नतें लेकर दरगाह शरीफ आते हैं।और मन्रते मांगते हैं। मन्नते पूरी होने पर जायरीन खुशी-खुशी गरीब लोगों के लिए खाना(लंगर) वितरित करते हैं और जायरीन गरीब यतीम मिस्कीन को भिक्षा भी देते है। लेकिन भिक्षा मांगने वालों में अधिकांश छोटे – छोटे बच्चे हैं। इन बच्चों की उम्र करीब 5 साल से 11 साल तक है। आज जिन बच्चों के हाथों में किताबें होनी चाहिए उन्हीं बच्चों के हाथ में कटोरा देकर भिक्षा मांगवाई जा रही है । कलियर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में जायरीन दरगाह शरीफ आते हैं । दरगाह में हाजिरी देने के बाद जैसे ही जायरीन बाहर निकलते हैं उनका सामना उन सैकड़ों मासूम बच्चों से होता है जिन बच्चों के हाथों में किताबों की बजाए कटोरे होते हैं। ये बच्चे जायरीनो के लिए परेशानी का सबब बनते हैं। इन्हीं बच्चों की आड़ में जेब कतरे अपना उल्लू सीधा करके वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं। जिसके बाद जायरीनों को परेशानियां झेलनी पड़ती है।
गरीब बच्चों के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित है लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार के आदेश के बाद ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है जो भिक्षावृत्ति में लिप्त है उनको स्कूल में भर्ती कराया जा रहा है। लेकिन कलियर में दिन प्रतिदिन भिक्षावृत्ति बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है । जब कुछ बच्चों से हमारे द्वारा बात की गई तो वे बच्चे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। जिससे ऐसा लगता है कि कोई बड़ा गिरोह इन बच्चों से भिक्षा मांगने का कार्य करा रहा है। मासूम बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल रहा है। जो इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है ।उच्च अधिकारियों को बड़े स्तर पर इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए ताकि इन बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर जाने से बच जाए । अगर उच्च अधिकारियों द्वारा जल्द ही एक्शन ना लिया तो भिक्षावृत्ति मासूम बच्चों की संख्या में वृद्धि हो जाएगी
*कई अहम सवाल*
*आखिरकार कब तक इन मासूम बच्चों के हाथों में किताबे होने के बजाय कटोरे रहेगे?*
*कब ये भिक्षावृत्ति से मुक्त होंगे?*
*आखिरकार कब ये बच्चे साधारण आम बच्चों की तरह अपना जीवन जिएंगे?*
*भिक्षावृत्ति में सम्मिलित मासूम बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेलने वाला गुनहगार कौन है?*
*और सबसे बड़ा सवाल आखिरकार प्रशासन की ओर से कब इस मामले पर एक्शन लिया जाता है? जिससे इन बच्चों का भविष्य बच जाए*