रुड़की।केंद्रीय विद्यालय नंबर एक में दादा-दादी दिवस पर स्कूली बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुतियां दी,,,

रुड़की।केंद्रीय विद्यालय नंबर एक में दादा-दादी दिवस पर स्कूली बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुतियां दी,,,

रुड़की।केंद्रीय विद्यालय नंबर एक में दादा-दादी दिवस पर स्कूली बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुतियां देकर अभिभावकों का मन मोहा।कार्यक्रम का शुभारंभ मेयर गौरव गोयल ने मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्वलित कर किया।अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां नैतिकता का पाठ पढ़ाया जाता है तथा नैतिक मूल्यों को सीखने का सर्वोत्तम माध्यम यह केंद्रीय विद्यालय है,जिसमें बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान भी बनाया जाता है।उन्होंने कहा कि इस दादा-दादी दिवस के आयोजन पर बच्चों में अपने माता-पिता,बुजुर्गों,दादा- एवं नाना-नानी का आदर करना,उनकी अच्छी देखभाल करना आदि महत्वपूर्ण है,जो इस विद्यालय के गुरु जनों द्वारा इन्हें पढ़ाया व सिखाया जाता है और इससे विद्यालय के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी बनते हैं।कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने पर्यावरण को बचाने, स्वच्छता,योग करने के लाभ,हरियाणवी, गढ़वाली,राजस्थानी नृत्य के अलावा स्वागत गान तथा अपने बुजुर्गों का सम्मान करने जैसे विभिन्न प्रस्तुति दी,जिन्हें अभिभावकों द्वारा खूब सराहा गया।प्राचार्य विपिन कुमार त्यागी ने बच्चों को अपने जीवन में अपने दादा-दादी का महत्व समझाते हुए कहा कि यह न केवल बच्चों में अच्छे संस्कार पैदा करते हैं,बल्कि उनमें नैतिक मूल्य भी विकसित करते हैं।उप प्राचार्य श्रीमती अंजू सिंह ने बच्चों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि दादा-दादी के साथ रहने व उनके आसपास बैठने का स्वयं में एक ऐसा अनुभव होता है जो हमारे जीवन में खुशियां ही खुशियां भर देता है।हमें उनकी देखभाल करने के साथ-साथ ही उनकी सेवा भी करनी चाहिए।कार्यक्रम में पहुंचने से पूर्व मेयर गौरव गोयल का स्कूली बच्चों ने तिलक लगाकर स्वागत किया तथा विद्यालय प्राचार्य की ओर से उनका स्मृति चिन्ह देकर सम्मान भी किया गया।इस अवसर पर श्रीमती कुसुम जोशी, प्रियंका सहित अनेक शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

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