सीईओ द्वारा सिफार्सी पत्र को नियुक्ति पत्र मानकर महिला शिक्षक को प्रबंधक बनायें जाने की उठी अफवाह,,,
शासन व सत्ता की ओर से सिफार्सी दर्जनों लेटरों की जिला अधिकारी कार्यालय में हो रही भरमार,,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी माननीय हाइकोर्ट नैनीताल के एक जनहित याचिका 2012 में हुवे आदेश से जिला अधिकारी हरिद्वार के हाथों में निहित है।इसके बावजूद कलियर दरगाह पर प्रबंधन के लिये पूर्व में जिला अधिकारी ही किसी काबिल प्रशासनिक कर्मचारी को प्रबंधक बनाकर देते रहे है।लेकिन पिछली बार जेल की हवा खाने वाले एक शिक्षक की प्रबंधक पद पर सीईओ वक्फ बोर्ड उत्तराखण्ड के द्वारा किन्ही कारणों से की गई थी,जिसका नतीजा यह रहा कि शिक्षा विभाग का शिक्षक न तो शिक्षा का कार्य ही कर पाया ओर न ही प्रबंधकीय व्यवस्था को सही ढंग से सम्भाल पाया बल्कि भ्र्ष्टाचार व दरगाह को हानि पहुंचाकर धन कमाने के मामले में जेल की हवा भी खा चुके है।अब फिर दो दिन से शिक्षा विभाग की एक महिला शिक्षक जो हरिद्वार के भाजपा के जनपद अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष की पत्नी बताई जा रही प्रबंधक की कमान संभालने की अफवाह जोर से फेल रही है।जबकि जो सिफार्सी लेटर महिला शिक्षक का जिला अधिकारी को आया है उसको भी यहां पूर्व की भांति आये शासन के आदेश व निर्देशो की तरह ही फाइल पर रख लिया जाने की सूचना सूत्रों द्वारा मिल रही है।सूत्रों की माने तो उक्त पत्र लगभग दो सप्ताह पूर्व सीईओ वक्फ बोर्ड़ ने भेजा है ओर उसमे वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सादाब शम्स की सिफारिश पर सीईओ ने जिला अधिकारी हरिद्वार से महिला शिक्षक रजिया को प्रबंधक बनाने की जिला अधिकारी से मांग की है।अब देखना यह है कि जिला अधिकारी हरिद्वार प्रबंधक के पद पर किसी महिला या नये अनुभव हीन व्यक्ति को बैठाएंगे या किसी भी अनुभवी प्रशासनिक कर्मचारी या रिटायरमेंट प्रशासनिक कर्मचारी को फूल टाइम यहां की कुप्रबंधन की शिकार हुई व्यवस्था का जिम्मा सौंप ने पर अपनी मुहर लगाएंगे।