ठेकेदार के द्वारा दरगाह को करोड़ों का नुकसान न होता , अगर दरगाह प्रबंधक बेईमान न होता,,,

ठेकेदार के द्वारा दरगाह को करोड़ों का नुकसान न होता , अगर दरगाह प्रबंधक बेईमान न होता,,,

ठेकेदार के द्वारा दरगाह को करोड़ों का नुकसान न होता , अगर दरगाह प्रबंधक बेईमान न होता,,,

प्रबंधक हर सवाल पर ठहराते है सीईओ वक्फ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जिम्मेदार,,,?

रुड़की/कलियर
अनवर राणा
पिरान कलियर उर्स 2022 को सम्पन कराने में जहां दरगाह प्रबंधक व स्टाफ ने दरगाह के दान के पैसे की बंदरबांट कर ठेकेदारों के साथ मिलकर कमीशनखोरी के चक्कर में अवैध कमाई की है ,वहीं वर्ष 2022 के वार्षिक ठेकों में ठेकेदारों के साथ मिलकर सांठगांठ कर दरगाह के पैसे को वसूल न करके ठेकेदारों को लाभ पहुंचाकर अपनी अवैध कमाई की है जिससे दरगाह को करोड़ो का नुकसान दिया गया।हद तो तब हो गयी जब एक ही ठेकेदार ने एक ही हैसियत पर पांच वार्षिक ठेकों के टेंडर छुड़ाकर उक्त ठेकों का पैसा पुराने ठेकेदारों से सांठगांठ करके दरगाह कार्यालय में जमा नही किया ओर उक्त ठेकों की नियम से कोई दोबारा नीलामी ने कराकर दरगाह प्रबंधक ने ठेकेदार व फर्म के खिलाफ बलेक्लिष्ट वगेरा की भी आठ महीने बीत जाने के बावजूद कोई कार्यवाही अमल में नही लगाई गई जिससे उक्त ठेकों को मनमर्जी से प्रतिदिन के हिसाब से पुराने ठेकेदारों से ही कम किम्मत में चलवाकर दरगाह को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।मामला यहीं रुक गया होता तो कोई बात नहीं अब भृष्ट व बेईमान प्रबंधक के द्वारा इस पांच ठेकों के मालिक की फर्म की जमानत राशि में बंधक बैंक एफडीआर को भी वापस दिये जाने की चर्चा क्षेत्र में व्याप्त हो रही हैं।सवाल यह उठता है कि जब ठेकेदार द्वारा शर्तो के अनुसार ठेकों की नीलामी अपने नाम कराई गई ओर समय पर पैसा जमा नहीं किया गया तो सम्बंधित फर्म को ब्लैक लिष्ट क्यों समय रहते नही किया गया ओर चर्चा के अनुसार प्रबंधक ने किस लालच में उक्त फर्म की पांचों ठेकों पर लगी एफडीआर वापिस की गयी है?दरगाह प्रबंधक से अगर कोई पत्रकार इस सम्बंध में जानकारी चाहता है तो पहली बात फोन उठाना ही गवारा नहीं करता अगर उठा भी ले तो अपनी सभी बातों की जिम्मेदारी सिर्फ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की व सीईओ वक्फ पर डालकर पल्ला झाड़ लेता है।अगर हर बार की जिम्मेदारी वक्फ सीईओ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की की है तो फिर दान के पैसे से तनख्वाह प्राप्त करने वाले प्रबंधक की नियुक्ति दरगाह पर किस लिये की गई है यह बड़ा सवाल है।
चर्चा यह भी हो रही है कि यहां पर हो रही अव्यवस्था का ओर दरगाह की आय को जानबूझ कर नुकसान पहुंचाने का जिम्मेदार कौन है?*

उत्तराखंड