गड़बड़झाला:
वक्फ बोर्ड में सीईओ के फेरबदल से परेशान प्रबंधक बेक डेट में चहेते ठेकेदारों के कुछ चेक व फाइल स्वीकृत कराने की लगा फिराक में,,,सूत्र
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि निवर्तमान उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड सीईओ आईएएस अहमद इक़बाल को शासन द्वारा हटाये जाने तथा उनके स्थान पर आईजी मुख्तार मोहसिन आईपीएस की नियुक्ति होने के उपरांत दरगाह कार्यालय में तैनात लेखाकार/प्रबंधक सफीक अहमद 754 वे उर्स में हुई धांधली व वित्तीय अनियमितता से सम्बंधित भुगतान की कुछ पत्रावलियां व उनके चेक साइन कराने की फिराक में निवर्तमान सीईओ की अनुमति बेक डेट में कराकर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने की कोशिश में देहरादून के चक्कर काटने में लगा हुआ है सूत्रों का कहना तो यहां तक है कि इन कार्यो में प्रबंधक/लेखाकार का भी बड़ा हिस्सा होने से तत्कालीन सीईओ के हटाये जाने से लेखाकार बड़ा ही परेशान दिखाई दे रहा है।अब जबकि नवागन्तुक आईपीएस सीईओ ने 5 जनवरी 2023 को चार्ज ग्रहण कर लिया गया तो फिर प्रबंधक/लेखाकार इतनी जल्दी हड़बड़ाहट में क्यों इन भुगतान की फाइल ओर चेक की स्वीकृति पूर्व सीईओ से बेक डेट में कराने के लिये चक्कर काट रहा है इस बात की चर्चा क्षेत्र में बड़ी तेजी से दौड़ रही है।ऐसा तब हो रहा है जब वक्फ बोर्ड द्वारा उर्स 754 की निगरानी को एक समिति का गठन कर इन कार्यो की समीक्षा कर जांच कर सम्बंधित के खिलाफ बोर्ड बैठक में कार्यवाही के लिये रिपोर्ट दे चुकी है।ऐसे में जल्दबाजी में क्यों भुगतान कराना चाहता है लेखाकार/प्रबंधक इस सवाल का जवाब शायद लेखाकार के पास भी न हो ओर चर्चा यह है कि निवर्तमान सीईओ आईएएस अहमद इकबाल लगभग एक माह से अधिक समय से कोई काम वक्फ बोर्ड या कलियर दरगाह से सम्बंधित नहीं कर रहे अब तो चार्ज भी नवनियुक्त आईपीएस मुख्तार मोहसिन ने सीईओ का पदभार ग्रहण कर लिया है जिनके बारे में यह चर्चा भी है कि वक्फ बढ़ते भ्र्ष्टाचार को दूर करने के लिये ठोस कदम उठाकर भृष्टाचारियो के खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।वक्फ बोर्ड चेयरमैन शादाब शम्स का कहना है कि किसी भी भृष्टाचारी को बख्शा नहीं जायेगा ओर कोई भी गलत कार्य बर्दास्त नही किया जायेगा।