बचाव कार्य के लिये 5 दरोगा व 28 पुलिस कर्मी जनपद हरिद्वार से भेजे गये जोशीमठ,,,

बचाव कार्य के लिये 5 दरोगा व 28 पुलिस कर्मी जनपद हरिद्वार से भेजे गये जोशीमठ,,,

बचाव कार्य के लिये 5 दरोगा व 28 पुलिस कर्मी जनपद हरिद्वार से भेजे गये जोशीमठ,,,

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर भड़कने वालों को सन्तो ने दी नसीहत,,,

उत्तराखंड:

अनवर राणा।

जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण आपदा से जूझ रहे पीड़ित परिवारों की मदद के लिए कई सामाजिक संगठन आगे आए हैं। सरकार की टीमें आपदा के कारणों की पड़ताल करते हुए राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है। वहीं सामाजिक संगठन कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए पीड़ितों को कंबल व राशन आदि सामान मुहैया करा रहे हैं। इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ पहुंचकर पीड़ितों से जानकारी लेने का प्रयास किया। कई पीड़ित महेंद्र भट्ट पर भड़क गए। सरकार पर राहत व बचाव कार्य और पुनर्स्थापना में सुस्ती दिखाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने हंगामा भी किया मौजूद अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने बमुश्किल उन्हें शांत कराया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सरकार और संगठन स्तर पर पीड़ितों को भरपूर मदद का भरोसा भी दिलाया।
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बयानबाजी के बजाय सरकार का सहयोग करें संत
हरिद्वार: जोशीमठ भू धंसाव मामले में सरकार पर आरोप प्रत्यारोप लगाने वाले संतों को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने नसीहत दी है। उनसे अपील की गई है कि सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के बजाय राहत व बचाव कार्यों में सहयोग करें और पीड़ितों के लिए भगवान से प्रार्थना करें। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप लगाने का नहीं है और राजनीति करना संतों का काम भी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। वह खुद जोशीमठ में एक-एक पीड़ित के घर जाकर उनका हाल-चाल जान चुके हैं और राहत और बचाव कार्य की कमान उन्होंने खुद संभाली हुई है। मुख्यमंत्री अधिकारियों से लगातार मीटिंग करते हुए पल-पल की स्थिति पर निगाह बनाए हुए हैं। ऐसे में बयानबाजी करने वाले संतों को इससे बचना चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और संगठन पर आरोप प्रत्यारोप लगाने का कोई औचित्य नहीं है। हमें सरकार का साथ देना चाहिए और सरकार के साथ खड़े होकर संकट की इस घड़ी में पीड़ितों की मदद करनी चाहिए।
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लगातार पलायन कर रहे ख़ौफ़ज़दा लोग
लगातार जमीन धंसने से लोगों में दहशत है और बड़ी संख्या में लोग अपने परिवारों को लेकर सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं। जरूरत का सामान लेकर अपने परिचितों और रिश्तेदारों के यहां पलायन करने का सिलसिला लगातार जारी है। दरअसल, राहत और बचाव कार्य शुरू होने के बावजूद जल्द लोगों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
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हरिद्वार से भी भेजी गई ड्यूटियां
हरिद्वार: जोशीमठ में राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ जैसी टीमें तो काम कर ही रही है। साथ ही प्रदेश भर से पुलिस बल को भी बुलाया गया है। हरिद्वार जिले से भी पांच उप निरीक्षकों समेत कुल 28 पुलिसकर्मियों को राहत और बचाव कार्य के लिए जोशीमठ भेजा गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से जोशीमठ कोतवाली में आमद कराने के लिए कहा गया है।

उत्तराखंड