वार्षिक पांच ठेकों की फाइल सीईओ वक्फ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से अनुमोदन के लिये एक माह से  फांक रही धूल,,,

वार्षिक पांच ठेकों की फाइल सीईओ वक्फ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से अनुमोदन के लिये एक माह से  फांक रही धूल,,,

वार्षिक पांच ठेकों की फाइल सीईओ वक्फ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से अनुमोदन के लिये एक माह से  फांक रही धूल,,,

कलियर।
अनवर राणा।
दरगाह साबिर पाक के वार्षिक ठेकों का समय भी कार्यालय स्टाफ के बढ़ते भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है।क्योंकि दरगाह के सभी ठेके वर्ष में एक बार नीलम किये जाते थे ,लेकिन दरगाह प्रबंधनतन्त्र के भ्र्ष्टाचार व ठेकेदारों की जुगलबंदी के चलते उक्त लगभग छोटे बड़े बिस ठेकों को भी अलग अलग समय के लिये आवंटन करने में दरगाह कार्यालय का बड़ा योगदान रहा है जिसके कारण दरगाह को भी रकम की हानि भी हुई है।अब माह मई 2023 में 5 ठेकों की समय अवधि पूरी होने जा रही है ओर दरगाह प्रबंधन ने अभी तक ठेकों की नीलामी की प्रकिर्या भी समय रहते ठेकेदारों से सांठगांठ कर अभी शुरू इसलिये नही की है कि कम समय मे ठेका प्रकिया शुरू करने तथा उचित बोली न होने का बहाना बनाकर फिर पुराने ढर्रे पर अपने चहेते ठेकेदारों की मार्फ़त देलीवेसिस पर ठेकों को चलवा कर दरगाह की आय की बंदरबांट की जाय ओर अपनी जेबें भरने का काम हो सके।नव आगन्तुक दरगाह प्रबंधक रजिया खान ने 2 फरवरी 2023 को प्रबंधक का चार्ज सम्भालते ही 9 फरवरी को पांच ठेके नीलम करने की प्रकिया को बढ़ाते हुवे फाइल तैयार कर उच्च अधिकारियों से ठेके नीलम करने की अनुमति चाही गयी थी ,जिसकी चर्चा तब हुई थी जब वक्फ़ बोर्ड सदस्य/विधायक मो0 शहजाद द्वारा देलीवेसीसी ठेको के नीलम की मांग लिखित पत्र देकर प्रबंधक से चाही गयी थी तब ही प्रबंधक ने आनन फानन में फाइल तैयार कर अनुमोदनार्थ उच्च अधिकारियों को भेजने की जानकारी दी थी,लेकिन एक माह बीतने पर भी उक्त फाइल पर अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है।जिससे लगता है कि ठेकेदारों की मजबूत पकड़ के सामने कायदे कानून के कोई मायने नही है।अब क्षेत्र में पांच ठेकों की नीलामी की फाइल को लेकर तरह तरह की चर्चा व्याप्त हो रही है।

उत्तराखंड