सीईओ वक्फ बोर्ड व जिला अधिकारी हरिद्वार लेखाकार/प्रबंधक के कार्यकाल में हुवे वित्तीय अनियमितता व भ्र्ष्टाचार की जांच एसआईटी से करा लें तो लेखाकार को खानी पड़ेगी जेल की हवा ,,,
लेखाकार की बेईमानी से करोड़ों का नुकसान,गबन व वित्तीय अनियमितता को लेकर कब होगी कार्यवाही,,,?
कलियर।
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक के उर्स 2022 की तैयारियों को लेकर जो धन की बंदरबांट की गई थी उसको लेकर स्थानीय विधायक फुरकान अहमद ने शीतकालीन सत्र में आवाज बुलंद कर जांच कराने की मांग सिर्फ लोकनिर्माण विभाग द्वारा कराये गये कार्यो की ही कि थी,लेकिन उर्स 2022 की तैयारियों को लेकर कुछ करोड़ों रुपये के कार्य अन्य प्राइवेट फर्मो की मार्फ़त दरगाह प्रबंधन ने अच्छी खासी कमीशन राशि वसूल कर दिये गये थे।लोकनिर्माण विभाग द्वारा किये गए कार्यो की जांच दो दिन पूर्व आरडब्लूडी के अधिकारियों ने की जिसमे भारी घोटाला पकड़ में आना बताया जा रहा है,परन्तु अन्य कार्यो में बरती गई वित्तीय अनियमितता की जांच अभी किसी भी एजेंसी द्वारा नहीं कि जा रही है जो एक बड़ा सवाल है।दरगाह प्रबंधन में लेखाकार पर ही प्रबंधक की जिम्मेदारी होने के कारण दान के पैसे की खूब बंदरबांट करने के आरोप पूर्व से ही लगते आ रहे है।लेकिन हद तो तब हो गयी जब प्रबंधक पद पर नियुक्त रजिया खान द्वारा दरगाह की कैशबुक व लेजर की जानकारी चाही गयी तो लेखाकार का जवाब अचंभित करने से कम नही था।वहीं वार्षिक ठेके प्रशाद बिक्री की दुकान नम्बर एक कि वसूली व नीलम में भी हेराफेरी कर अवैध धन अर्जित करने के चक्कर मे दरगाह को लगभग 50 लाख का नुकसान आठ माह में पहुंचाया गया है जिसकी जांच होना भी बाकी है।लोगों की माने तो उनका कहना है कि लेखाकार/प्रबंधक सफीक अहमद के कार्यकाल में हुवे वित्तीय अनियमितता व भ्र्ष्टाचार की जांच आईपीएस वक्फ बोर्ड मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुख्तार मोहसिन व जिला अधिकारी हरिद्वार करा लें तो लेखाकार को जेल की हवा खानी पड़ेगी।