प्रेस क्लब रुड़की में कलह नहीं ले रहा थमने का नाम,,,
आम सभा में असम्मानीय व असभ्य भाषा से क्षुब्ध व गलत निर्णय से आहत प्रेस क्लब रुड़की के चार ओर सदस्यों का पद से इस्तीफा ,,,
रुड़की:
अनवर राणा।
प्रेस क्लब रूड़की (रजि.) के कुछ ओर पत्रकारों ने अंदरूनी कलह के चलते क्लब के अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र सौंपा दिया है।इस्तीफा देने वालों में बिजेंद्र सिंह ,मदन श्रीवास्तव,राज कुमार ,पीयूष शर्मा ने आरोप लगाया कि पत्रकार हेमन्त तर्निया को क्लब से पक्षपात पूर्ण ओर क्लब की आम बैठक 6/4/2022 में क्लब के बरिष्ट पत्रकार साथियो के बारे में असभ्य व असम्मान जनक भाषा का इस्तेमाल किये जाने से सभी साथी क्षुब्ध है।जिस कारण अब प्रेस क्लब रुड़की से हम इस्तीफा दे रहें इस तरह का पत्र क्लब के अध्यक्ष को भेजा गया है।इस से पूर्व भी कुछ स्थाई सदस्यों द्वारा क्लब की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर त्याग पत्र दिया जा चुका है।प्रेस क्लब रुड़की का अंदरूनी कलह थमने का नाम नही ले रहा है।कल से आज तक फेसबुक व सोशियल मीडिया पर भद्दे भद्दे कॉमेंट कर क्लब की गरिमा को कुछ पदाधिकारियों द्वारा लगातार तार तार करने से जनता में भी इसका सन्देश अच्छा नही जा रहा है।कल वरिष्ठ पत्रकारों के निष्काशन त्यागपत्र में कहा गया है कि यदि 24 घण्टे के भीतर क्लब में फैली कलह को यदि दूर नही किया गया तो त्यागपत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार रुड़की प्रेस क्लब के अध्यक्ष दीपक शर्मा को क्लब के सदस्य श्रीगोपाल नारसन, तपन सुशील, सुभाष सैनी, अनिल पुंडीर, संदीप तोमर, पप्पी कुमार, हेमंत तरानिया, रियाज पुंडीर ने क्लब की प्राथमिक सदस्यता से अपना सामुहिक त्यागपत्र सौंपा है जिसमे कहा गया है कि “सुश्री ज्योति बिष्ट एवं श्री हेमंत तरानिया” मामले के एक निर्णय बीती 4 अप्रैल 2023 को आयोजित की गई बैठक में लिया गया था। जिसमें उपरोक्त दोनों पक्ष सहित आप और वरिष्ठ पत्रकार तपन सुशील भी उपस्थित थे। बैठक के निर्णय के अनुसार यह तय किया गया था कि सुश्री ज्योति बिष्ट (अस्थाई सदस्य) अपने सोशल मीडिया चैनल (आई-प्रेस उत्तराखंड) का नाम बदलेंगी या क्लब से बहिर्गमन करेंगी। लेकिन बेहद खेद के साथ कहना पड रहा है कि अभी तक भी आपने अपनी उपस्थिति में लिए गए निर्णय को प्रभावी नहीं कराया है। हम एतद्द्वारा क्लब के स्थाई सदस्य इस स्थिति के विरोध स्वरूप क्लब की प्राथमिक सदस्यता से अपना सामूहिक त्यागपत्र दे रहे है और इस पत्र के आपको प्राप्ति के 24 घंटे बाद हमारे त्यागपत्र सोशल मीडिया (फेसबुक आदि) में सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। इस स्मरण पत्र की प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर बैठक में लिए गए निर्णय को प्रभावी करने के बाबत हमें अवगत कराने का कष्ट करें, अन्यथा हमारे सामूहिक त्यागपत्र को स्वीकृत समझा जाएगा।