जानिये: ब्लैकमेलिंग के आरोपों में भाजपा के किस मुख्यमंत्री ने भिजवाया था हवाबाज उमेश कुमार को जेल,,,
सुरक्षा के शौकीन की केंद्र व राज्य सरकार की दी सुरक्षा से किया गया था पैदल,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
उमेश कुमार जिस वक़्त समाचार प्लस का CEO था, उस वक़्त भी उमेश कुमार अपनी हाई फ़ाई सिक्योरिटी के लिये चर्चा में रहता था।आपको बता दें कि उस दौरान उमेश कुमार के पास केंद्र की वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा थी, इसके अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से भी सुरक्षा थी। उस दौरान उमेश कुमार पाँच से छह गाड़ियों के क़ाफ़िले में चलता था और अपने भोंकाल से नेताओं से लेकर अधिकारी प्रॉपर्टी डीलर आम जनमानस सभी को विधिवत चमकता,धमकाता और अपने काम निकलवाता था। (इस हरकत से संबंधित राजपुर थाने में एक प्लॉट में जाकर अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ एक व्यक्ति को धमकाने व उसकी ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने का मामला भी दर्ज होना बताया जा रहा है)
हालाँकि उमेश का यह जलवा कुछ सालों में ख़त्म हो गया जब उसे उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने ब्लैकमेलिंग के आरोपों में सलाखों के पीछे डाल दिया था । इसके बाद केंद्र और सरकार ने इसकी सुरक्षा वापस ले ली। राजनीति में आने से पहले कुछ दिन उमेश कुमार ने भाड़े के सफारी सूट व वाकी टाँकी वाले बाउंसरों को अपने क़ाफ़िले में रखकर काम चलाया। फिर उमेश की रंगबाजी में चार चाँद लगाने के लिए कुछ अफ़सर मेहरबान होने की चर्चा भी कम नहीं है।