मरहूम मारूफ शख्सियत काजी आमिर की मगफिरत के लिये कुरान खानी,दुआ व रोजा अफ्तारी के कार्यक्रम में रंजोगम का किया इजहार,,,

मरहूम मारूफ शख्सियत काजी आमिर की मगफिरत के लिये कुरान खानी,दुआ व रोजा अफ्तारी के कार्यक्रम में रंजोगम का किया इजहार,,,

मरहूम मारूफ शख्सियत काजी आमिर की मगफिरत के लिये कुरान खानी,दुआ व रोजा अफ्तारी के कार्यक्रम में रंजोगम का किया इजहार,,,

रुड़की।

अनवर राणा

इंसान को अल्लाह ने जब पैदा किया है तो मौत आना भी बरहक़ है ।ऐसी ही अचानक एक मौत माहे रमजान में मंगलौर कस्बे के समाजसेवी मिलनसार काजी अमीर की मौत भी 27 वे रोजे को पांच साल पूर्व हुई थी। मौत  तो उसकी है जिसके लिए ज़माना रोए,यूं तो दुनिया में सभी आते है जीने के लिए* मरहूम काज़ी आमिर,की पांचवी बरसी पर याद किए गए,रिसाले सबाब के लिए कुरान खानी का अहतमाम,दुआ की गई। कस्बा मंगलौर की मारूफ शख्सियत, हर दिल अज़ीज़ मरहूम काज़ी आमिर 2018 रमजान शरीफ के 27 वे रोजे को इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे,उनके इंतिकाल पर कस्बे में गहरा रंज ओ गम का इजहार किया गया था,उनके इंतिकाल की खबर पर हर कोई गम ज़दा था,,,वक्त गुजरते पता ही नही चलता,,,आज 27 वे रोजे पर मरहूम काज़ी आमिर के भतीजे युवा समाज सेवी काज़ी खालिद ने उनकी पांचवी बरसी पर रिसाले सबाब के लिए अपनी रिहायश पर कुरान खानी का अहतमाम कराया,रोजा अफ्तार कराया इस मौके पर मरहूम की मगफिरत के लिए खास दुआओ का एहतमाम किया गया। अल्लाह मरहूम काज़ी आमिर की मगफिरत फरमाए जन्नत उल फिरदौस में आला मुकाम अता फरमाये।

उत्तराखंड