वक्फ बोर्ड में दर्ज : बाबा जिलानी दरगाह पर वक्फ माफियाओं का कब्जा,,,जिम्मेदार कौन,,,
बाबा जिलानी दरगाह पर कब्जे को लेकर वक्फ बोर्ड उत्तराखंड जल्द करेगा कार्यवाही,,,सादाब शम्स,वक्फ बोर्ड अध्यक्ष
पिरान कलियर में दरगाह साबीर पाक ,इमाम साहब व किलकिली साहब की दरगाहों के अलावा ओर भी कई दरगाह मौजूद है।जिनमें से उपरोक्त तीन दरगाहों की जिम्मेदारी वक्फ बोर्ड के अधीन चलती थी ,लेकिन वर्ष 2011 में वक्फ बोर्ड उत्तराखण्ड के चैयरमेन राव शराफत के भ्र्ष्टाचार को लेकर एक जनहित याचिका 87/2011 माननीय उच्च न्यायालय में दायर की गई ।जनहित याचिका में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा आदेश पारित कर यहां पर स्थित तीनों ही दरगाहों की जिम्मेदारी देखरेख हेतु जिला अधिकारी हरिद्वार के हाथों में निहित की गई है ओर जिला अधिकारी ही यहां तीन दरगाहों से सम्बंधित व्यवस्था का जिम्मा उठा रहे हैं।यहां बात की जाये अन्य दरगाहों की तो उनमें से एक दरगाह ऐसी भी है जो वैसे तो वक्फ बोर्ड उत्तराखण्ड में दर्ज है ,लेकिन उस दरगाह बाबा जिलानी के नाम से मशहूर पर कब्जा वक्फ माफिया का ही चला आ रहा है ।बाबा गुलाम जिलानी दरगाह का वक्फ *बोर्ड रजिस्टर में 4508 वक्फ नम्बर पर अंकित होने के* बावजूद कब्जा नहीं लिया जाना चर्चा का विषय बना है।क्योंकि वक्फ बोर्ड की जो सम्पत्ति किन्ही कारणों से खुर्दबुर्द होकर अन्य लोगों के नाम दर्ज हो चुकी उसको छुड़ाने के बड़े बड़े दावे वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के द्वारा किये जा रहे है लेकिन जो दरगाह वक्फ बोर्ड में लगभग दस साल से दर्ज चली आ रही है उस पर आज भी वक्फ माफिया कब्जा जमाकर करोड़ों की आय को खुर्दबुर्द करने में लगा हुआ है।आज तक इस तरह क्यों वक्फ बोर्ड का ध्यान नहीं गया क्या कारण रहे यह तो जांच में ही सिद्ध हो पायेगा इसका जिम्मेदार वक्फ बोर्ड का कौन अधिकारी व कर्मचारी मिलकर मलाई चाट रहा है।वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सादाब शम्स का कहना यह है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं दी गयी अब जानकारी हुई है बहुत जल्द बाबा जिलानी की दरगाह पर वक्फ बोर्ड का कब्जा देखने को मिलेगा।