विवाद के उपरान्त बाबा जलानी का पूर्व में बना ट्रस्ट ही 4508 पर वक्फ में करा चुका दर्ज,,,

विवाद के उपरान्त बाबा जलानी का पूर्व में बना ट्रस्ट ही 4508 पर वक्फ में करा चुका दर्ज,,,

वक्फ 4508 सम्पति वक्फ बोर्ड उत्तराखण्ड की ,साइन बोर्ड लगा हरियाणा ट्रस्ट के कथित सूफी का,वक्फ बोर्ड की सांठगांठ की संभावना,,,

विवाद के उपरान्त बाबा जलानी का पूर्व में बना ट्रस्ट ही 4508 पर वक्फ में करा चुका दर्ज,,,

रुड़की।
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक की कुछ शिद्रियों पर कब्जा जमाने वाले कथित सूफियों के द्वारा यहां साबिर पाक में ता जिंदगी खिदमत को अंजाम देने वाले बाबा गुलाम जिलानी की दरगाह पर भी वक्फ बोर्ड में तैनात कुछ चहेते अधिकारियों व एक चर्चित कर्मी के साथ ही साथ वक्फ बोर्ड में बैठे बड़े पदों पर लोगों की सांठगांठ के चलते वर्षो से बोर्ड में दर्ज होने के बावजूद कब्जा जमाये बैठे है ओर वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी भी ऐसे लोगों की परिक्रमा करते दिखाई दे रहे हैं।ऐसे में वक्फ बोर्ड अध्यक्ष द्वारा किये जा रहे खोखले दावों की पोल खुलती ही जा रही है।क्योंकि जिस कथित सूफी ने बाबा जिलानी की दरगाह पर कब्जा किया हुआ है वक्फ बोर्ड अध्यक्ष हाजियो के टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान सरेआम बड़ी जिम्मेदारी देने की बात कहते सुनाई दिये थे जिससे ऐसे लोगों के होंशले बुलन्द हो रहे हैं ओर वक्फ की सम्पत्ति बर्बाद होती नजर आने लगी है।इस कथित सूफी के द्वारा इसके बाद बाबा जिलानी की दरगाह की समाप्ति पर एक हरियाणा में दर्ज ट्रस्ट के बोर्ड लगाकर वक्फ सम्पत्ति पर कब्जा जमाने का नायाब तरीका भी खोज किया है।कार्यवाही की बजाय ऐसे लोगो को बड़ी जिम्मेदारी देने की बात कहकर वक्फ बोर्ड के उस दावे की पोल तो खुल ही रही है कि वक्फ की एक एक इंच जमीन को कब्जेधारको से मुक्त कराया जायेगा बल्कि पूरे बोर्ड पर सवाल उठने शुरू हो चुके है।आस्था रखने वाले लोगों का कहना तो यहां तक है कि भाजपा की जिरोटोलरेंश सरकार में भी वक्फ माफियाओ ओर करप्शन व भृष्टाचारी कर्मियों पर कार्यवाही कराने में वक्फ बोर्ड असमर्थ है तो फिर कब इन लोगों पर कार्यवाही होगी बड़ा सवाल यह है,,,?

उत्तराखंड