आशिक अली ने हरि गुप्ता को गंगा के पानी की लहरों से बचाया,एसडीआरएफ के हेडकोंस्टेबल ने अब तक सौ से ज्यादा कावंड़ियों की बचाई जान,,,
एसडीआरएफ के कमांडेट मणिकांत मिश्रा ने हैड कांस्टेबल आशिक अली को एक हजार का नगद पुरुष्कार दिया ओर सम्मानित करने की घोषणा
हरिद्वार:
ब्यूरो।
हरि गुप्ता के लिए एसडीआरएफ का हैडकांस्टेबल आशिक अली फरिश्ता बनकर आ गया। एक बार तो हरि गुप्ता निवासी जम्मू कश्मीर को लगा कि वह जिदंगी की जंग हार गए लेकिन आशिक अली ने पानी की लहरों से बचाकर उसको सुरक्षित निकाला और हौसला दिया।
कांवड़ मेले के दौरान अकेला आशिक अली सौ से अधिक कांवड़ यात्रियों का जीवन बचा चुका है। एसडीआरएफ के कमांडेट ने जहां एक हजार रुपये का पुरस्कार दिया वहीं कांवड़ के बाद उसे सम्मानित करने की घोषणा की है।
इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रियों की सेवा एवं सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ को भी तैनात किया है। कई टुकड़ियां अलग-अलग घाटों पर रातदिन कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा में काम कर रही है।
कांवड़ यात्रा के अंतिम चरण में हरकी पैड़ी कांगड़ा पुल के समीप एक यात्री हरि गुप्ता निवासी जम्मू कश्मीर स्नान कर रहे थे अचानक वह गंगा के तेज बहाव में बहने लगे।
घाट पर निगरानी कर रहे एसडीआरएफ के जवान आशिक अली ने छलांग लगा दी और कड़ी मेहनत के बाद उसको बाहर निकाला। काफी देर तक डरे सहमे हरि गुप्ता ने कहा कि एसडीआरएफ के जवान ने उनको नया जीवन दिया हैं जिसको वह जिंदगी भर नहीं भूलेंगे और उनकी इच्छा है कि वह उत्तराखंड की एसडीआरएफ में काम करें।
वहीं एसडीआरएफ के कमांडेट मणिकांत मिश्रा ने हैड कांस्टेबल आशिक अली के कार्यों की सराहना करते हुए एक हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की। साथ ही उसे सम्मानित करने की बात कही।