जलभराव से जनता त्रस्त, विधायक पानी मे फोटो खिंचवा कर हो रहा मस्त,,,,भावना पांडेय

जलभराव से जनता त्रस्त, विधायक पानी मे फोटो खिंचवा कर हो रहा मस्त,,,,भावना पांडेय

जलभराव से जनता त्रस्त, विधायक पानी मे फोटो खिंचवा कर हो रहा मस्त,,,,भावना पांडेय

चमौली हादसे को लेकर दुख जताया ओर परिजनों को सरकारी नोकरी व उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की,,,

चुनावी वायदों के बारे में सवाल पर 15 लाख मीडिया के लोगो के खाते में ढूंढ रहे खानपुर विधायक,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
प्रदेश भर में आई अतिव्रष्टि से जनता का हाल बेहाल हो गया है ओर भोलीभाली जनता का वोट लेकर राज चलाने वाले जनप्रतिनिधि जनता के लिये विकास कराने की बजाय जलभराव पर राजनीति करने के लिये पानी मे खड़े होकर फोटो खिंचवाने में मस्त है।जबकि चुनाव हुवे एक साल से अधिक हो गया है ,लेकिन जो गंगा के पुराने बांध बने थे वो भी अतिव्रष्टि से टूटकर लोगों की जमीन को नुकसान पहुंचाते हुवे कई गांव में जलभराव हुआ है।लेकिन वर्तमान विधायक उमेश कुमार अपने लोगों को साथ लेकर रील बनाने में समय व्यतीत कर रहा है।उक्त बात जेसीपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष भावना पांडेय ने जब व्यक्त किये तब प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज के निरीक्षण की जानकारी लगने पर स्थानीय नाटकबाजी विधायक अपनी बाहरी लोगों की टीम लेकर कुछ मीडिया के साथियों को बुलाकर पानी मे खड़ा हो फोटो खिंचवाने लगा ओर साउथ सिविल लाइन की जनता का बेवकूफ बनाने की कोशिश करने लगा,तभी सांसद प्रतियासी भावना पांडेय भी अपने लवलक्सर के साथ मौके पर पहुंची ओर उमेश अपनी गाड़ियों के साथ वहां से चलता बना।भावना पांडेय ने कहा कि यहां के जलभराव पानी की निकासी सबसे पहले मैंने मोके पर पहुंचकर अधिकारियों को बुला पानी निकासी के प्रबंध करने के प्रयास किये है।उन्होंने कहा कि उमेश कुमार ने अपने एक भी चुनावी वायदे को पूरा नहीं किया।खादर के लोग तटबन्ध टूटने से परेशान है कौनसा तटबन्ध बनवाया या मिलापनगर,मोहनपुर का कौनसा नाला निर्माण कराया यह बताये उमेश कुमार यहां की जनता को जिसने वोट देकर विधायक बनाया।क्षेत्र की हुई बदहाली को लेकर मीडिया के सवाल के बारे में झुंझलाए विधायक उमेश ने 2014 के भाजपा के वायदे को दोहराते हुवे जवाब दिया कि आपके खाते में 15 लाख आये या नहीं,,,?वहीं भावना पांडेय ने चमोली हादसे को लेकर गहरा दुःख जताया ओर सरकार से उनके परिजनों को तुरन्त सरकारी नोकरी व उचित मुआवजा देने की मांग रखी।

उत्तराखंड