गम्भीर आरोपो के बाद बसपा से निष्कासित सोनिया हारी चुनावी जंग, निर्दलीय प्रतियाशी बन सांसद का चुनाव लड़ेंगे उमेश कुमार,जनता है ये सब जानती है,,,?

गम्भीर आरोपो के बाद बसपा से निष्कासित सोनिया हारी चुनावी जंग, निर्दलीय प्रतियाशी बन सांसद का चुनाव लड़ेंगे उमेश कुमार,जनता है ये सब जानती है,,,?

*बड़े बेआबरू होकर तेरे कूँचे से हम निकले* यह कहावत चरितार्थ हुई बसपा से निष्कासित लोकसभा प्रतियाशी सोनिया शर्मा पर,,,

गम्भीर आरोपो के बाद बसपा से निष्कासित सोनिया हारी चुनावी जंग, निर्दलीय प्रतियाशी बन सांसद का चुनाव लड़ेंगे उमेश कुमार,जनता है ये सब जानती है,,,?

हरिद्वार/रुड़की

अनवर राणा।

*बड़े बेआबरू होकर तेरे कूँचे से हम निकले* वाली कहावत बसपा से निष्कासित सांसद प्रतियाशी व बसपा महासचिव सोनिया शर्मा पत्नी उमेश कुमार विधायक खानपुर पर फिट कितनी बैठती है यह तो जनता ही तय करेगी लेकिन इतना जरूर कहा जा रहा है कि सोनिया शर्मा को जो सजा अधर में बसपा हाईकमान के निर्देश पर जिला अध्यक्ष ने सुनाई है उसका अंदाज स्वयं लोकसभा प्रतियाशी हरिद्वार घोषित की गई सोनिया शर्मा को भी नहीं रहा होगा। पत्रकार से निर्दलीय विधायक खानपुर बने उमेश कुमार ने अपनी पत्नी सोनिया शर्मा को बसपा से लोकसभा प्रतियाशी बनवाकर जो लोकसभा चुनाव जीतने का सपना संजोया था वो सपना उनका धराशायी हो गया है ओर बसपा ने उनकी पत्नी पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने तथा पार्टी गाइडलाइन का पालन ने करने उनके पर कुतर कर निष्कासन का पत्र थमा दिया तो अपनी फजीहत से बचने के लिये निष्कासन से एक दिन पूर्व की तारीख का एक पत्र गढ़मढ़ कर मीडिया में परोश कर सफाई देने की पूरी कोशिश की गई कि मैंने तो पार्टी में अंदरूनी फुट के चलते एक दिन पूर्व ही अपने बसपा पार्टी द्वारा दिये गये सभी दायित्व से त्यागपत्र दे दिया था।अब यह सवाल उठता है कि अगर हकीकत में सोनिया शर्मा ने निष्काशन से पूर्व त्याग पत्र दिया था तो बसपा जिला अध्यक्ष पर क्यों इस बात पर उंगली उठाई कि मेरा निष्कासन करने का जिला अध्यक्ष को कोई अधिकार प्राप्त नहीं है।उन्होंने पत्र में यह भी जिक्र किया कि मेरी नियुक्ति प्रदेश नेतृत्व व हाइकमान ने की थी तो मुझे हटाने का अधिकार भी उन्हें ही है।लेकिन उन्हें यह क्या पता था कि उनकी हैसियत ही जिला अध्यक्ष लेवल के पदाधिकारी द्वारा हटाये जाने की थी जो हुआ भी है।अब विधायक उमेश कुमार व उनके दरबारियों के द्वारा सोसियल मीडिया व फ़ेसबुक पर पोस्ट जारी कर खीज मिटाने का काम यह जारी कर दिया गया कि सांसद का चुनाव अब निर्दलीय उमेश कुमार ही लड़ेंगे ओर जीतेंगे।अब हरिद्वार की जनता भी इतनी बेवकूफ नहीं कि निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले का भाजपा के बड़े नेताओं के साथ क्या सम्बन्ध है ओर क्यों निर्दलीय लड़कर भाजपा को ही लाभ पहुंचाना चाहता यह सब बात किसी से छिपी नहीं।इसलिये अब उमेश के झांसे में हरिद्वार की जनता पड़ने वाली नहीं है ऐसी चर्चाये जनता में आम हो रही है,ओर भाजपा प्रेम की कहानी सहित निर्दलीय विधायक जीतकर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को गुलदस्ता किसने भेंट किया था*पब्लिक है ये सब जानती है,असली क्या है ,नकली क्या है ये सब पहचानती है*।

उत्तराखंड