शिक्षक दिवस पर:-धर्मनगरी में एक शिक्षिका ने हालात के आगे मजबूर होकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली,,,
हरिद्वार:
अनवर राणा
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर जब पूरे देश में शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे, शिक्षित समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका को सराहा जा रहा था, ठीक उसी वक्त धर्मनगरी में एक शिक्षिका ने हालात के आगे मजबूर होकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शुरूआती जांच में पता चला है कि शिक्षिका का अपने पति से विवाद चल रहा था। मंगलवार को भेल में कार्यरत पति जब बेटी को स्कूल छोड़ने गए थे, उसी दौरान शिक्षिका ने फांसी लगाकर जान दे दी। शिक्षिका ज्वालापुर के भूमानंद नर्सिंग कॉलेज में प्रवक्ता थी।
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10 साल पहले हुई थी शिक्षिका की शादी
रानीपुर पुलिस को भेल अस्पताल से जानकारी मिली कि पूजा सैनी नामक महिला को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी जुटाई। पूजा के पति भेल कर्मचारी गौरव सैनी निवासी सेक्टर वन ने बताया कि वह अपनी बच्ची को स्कूल छोड़ने गए थे। वापस आकर देखा तो पत्नी फांसी के फंदे से लटक रही थी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। कोतवाली प्रभारी नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि 10 साल पहले पूजा और गौरव की शादी हुई थी। एक साल से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। चार दिन पहले ही पूजा अपने पति के साथ रहने आई थी। महिला पूजा के पिता भी भेल कर्मचारी रहे हैं और फिलहाल टिहरी विस्थापित कॉलोनी में रहते हैं। पूजा भूमानंद नर्सिंग कॉलेज में लेक्चरर थीं। कोतवाल नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि लिखित शिकायत मिलने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।