युवक ने शराब के नशे में कोतवाली परिसर में अपने अंडरवियर की इलास्टिक से फांसी लगाई,पुलिस के उड़े होश,,,

युवक ने शराब के नशे में कोतवाली परिसर में अपने अंडरवियर की इलास्टिक से फांसी लगाई,पुलिस के उड़े होश,,,

युवक ने शराब के नशे में कोतवाली परिसर में अपने अंडरवियर की इलास्टिक से फांसी लगाई,पुलिस के उड़े होश,,,

हरिद्वार:

अनवर राणा।

भाई से झगड़ा करने के आरोप में पकड़कर कोतवाली लाए गए एक युवक ने शराब के नशे में कोतवाली परिसर में अपने अंडरवियर की इलास्टिक से फांसी लगा ली। दम घुटने पर युवक की आंखे बाहर आने लगी और उसकी जान निकलनी लगी। हैड कांस्टेबल शूरवीर की नजर फांसी पर लटक रहे आरोपी पर पड़ी तो उसके होश उड़ गए। शूरवीर ने बिना एक पल गंवाए तुरंत फंदा तोड़कर आरोपी को नीचे उतारा। पुलिस कस्टडी में आत्महत्या के प्रयास की सूचना से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अस्पताल ले जाने पर युवक की जान बच गई। डाक्टरों का कहना था कि कुछ मिनट देर हो जाती तो आरोपी की मौत हो गई थी। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने हैड कांस्टेबल शूरवीर को शाबाशी दी है। गनीमत रही कि हैड कांस्टेबल ने समय रहते आरेापी को बचा लिया, अन्यथा पुलिस कस्टडी में आत्महत्या का मामला बनने पर यह प्रकरण लक्सर पुलिस के गले की फांस बनना तय था।
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एएसपी लक्सर मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि रात में पुलिस कंट्रोल रूप की सूचना पर लक्सर पुलिस ने शराब पीकर झगड़ा कर रहे पवन पुत्र जगदीश निवासी झिवरहेड़ी लक्सर को शांति व्यवस्था के मद्देनजर कोतवाली लेकर आए थे। हिरासत में लिए गए पवन ने उस समय फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हैड कांस्टेबल शूरवीर तोमर उसके लिए मैस खाना लेने गया था। जब वह खाना लेकर वापस लौटा तो पवन अपने अंडरवियर की इलास्टिक के जरिये गले मे फंदा लगाकर झूल चुका था। शूरवीर तोमर ने बड़े संयम और सूझबूझ का परिचय देते हुए फंदा तोड़ा और पवन को नीचे उतारा, घटना की जानकारी कोतवाली प्रभारी अमर चंद शर्मा को दी गई। जिसके बाद पूरे मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए पवन को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहा डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद पवन को हायर सेंटर रेफर कर दिया, जहां डॉक्टरों की टीम ने पवन को बचा लिया।
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परिजनों ने जताया पुलिसकर्मी का आभार…..
परिजनों के मुताबिक पवन को दूसरा जीवनदान पुलिसकर्मी शूरवीर तोमर की वजह से मिला है। समय रहते हैड कॉस्टेबल ने बड़ी अनहोनी होने से बचा लिया। उन्होंने बताया पवन और इसका भाई अक्सर शराब पीकर झगड़ा करते है। यही वजह पवन की जान ले लेती।
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पूरे मामले क़ी निगरानी……
घटना के बाद एएसपी लक्सर मनोज ठाकुर ने पवन के होश में आने तक पूरे मामले की खुद निगरानी की और उच्चाधिकारियों को पल-पल की अपडेट दी। कोतवाली प्रभारी अमर चंद भी होश आने तक अस्पताल में डटे रहे। डॉक्टरों ने चेकअप करने के बाद पवन को डिस्चार्ज कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
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हैड कांस्टेबल काे मिलेगा इनाम
प्रकरण में लापरवाही किस स्तर पर हुई, इसकी जांच होगी। जबकि जान बचाने वाले हैड कांस्टेबल को इनाम मिलेगा। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह से जानकारी कर पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है। हैड कांस्टेबल की तत्परता व सूझबूझ की प्रशंसा करते हुए इस पूरी कार्रवाई, जिससे एक व्यक्ति की जिंदगी बची, के संदर्भ में फाइल को प्रधानमंत्री जीवन रक्षक पदक के लिए आगे भेजने की बात कही है।

उत्तराखंड