ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी का पर्दाफाश करते हुए थाना पटेलनगर पुलिस ने मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार , घटना में शामिल दो आरोपी अन्य मामलों में पहले ही जा चुके जेल ,,,
देहरादून:
अनवर राणा।
ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी का पर्दाफाश करते हुए थाना पटेलनगर पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। घटना में शामिल दो आरोपी अन्य मामलों में पहले ही जेल जा चुके है। पूछताछ में हत्या का कारण पैसों का लालच निकलकर सामने आया है। मामले का खुलासा होने पर देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई।
दरअसल बीती 30 सितंबर को थाना पटेलनगर की चौकी बाजार पुलिस को सूचना मिली कि चमनपुरी स्थित बिंदाल नदी में एक युवक का शव पड़ा है। सूचना पर बाजार चौकी प्रभारी सनोज कुमार मय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँचे और शव को नदी से बाहर निकाला, जिसकी उम्र लगभग 25 से 30 वर्ष प्रतीत हो रही थी, साथ ही शव 6 से 7 दिन पुराना लग रहा था। मामला सन्दिग्ध होने के चलते घटनास्थल की वीडियो ग्राफी कराई गई और शव के शिनाख्त के प्रयास किए गए। दो दिन बाद म्रतक के बड़े भाई काशी राम ने शव की शिनाख्त शिवकुमार उर्फ बबलू पुत्र नकछेद ग्राम गढ़ा पोस्ट दुलारीनगर थाना कमलरौली अमेठी उत्तप्रदेश हाल निवासी पटेलनगर देहरादून के रूप में की। शव के पंचायतनामा की कार्रवाई के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। म्रतक के भाई शिवकुमार न हत्या की संभावना जताते हुए पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। तहरीर के आधार पर थाना पटेलनगर में अज्ञात के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जांचपड़ताल शुरू की गई। मुकदमे की जांच वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीपक रावत के सुपुर्द की गई। विवेचना के दौरान म्रतक की सीडीआर का अवलोकन करते हुए अलग-अलग लोगो से पूछताछ की गई। जांच में पुलिस टीम म्रतक के आखिरी बार ऋषभ गुप्ता नामक व्यक्ति के घर जाने व अगले दिन उसके फोन को पप्पू नामक व्यक्ति के ले जाने के सम्बंध में जानकारी मिली। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर आशीष उर्फ पप्पू पुत्र मनमोहन निवासी नगरनिगम कॉम्प्लेक्स कोतवाली नगर देहरादून को धरदबोचा, जिसके कब्जे से म्रतक का मोबाइल फोन बरामद हुआ और उसने घटना को कुबूल करते हुए अन्य दो साथियों के नामो का भी खुलासा किया, जो पूर्व में ही चोरी व एनडीपीएस में जेल जा चुके है।
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*”पैसों के लालच में की हत्या….*
गिरफ्तार आशीष उर्फ पप्पू में पुलिस पूछताछ में बताया कि 25 सितंबर को म्रतक शिवकुमार ऋषभ गुप्ता के घर आया था जहां पहले से ही वह और उसका दोस्त शुभम उर्फ खस्ता मौजूद थे। वहां तीनो ने एक साथ बैठकर शराब पी, जहा म्रतक शिवकुमार के पास रखे करीब तीन-चार हजार रुपये पर उनका आपस मे झगड़ा हो गया, और इसी झगड़े में शिवकुमार के सिर पर डंडे से वार कर दिया, जिसके बाद शिवकुमार लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। तीनो आरोपी शिवकुमार को उसी हालत में मकान पर ताला लगाकर फरार हो गए।
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*”प्लानिंग से ठिकाने लगाया शव….*
शव से बदबू आने पर तीन दिन बाद तीनो आरोपी मकान पर पहुँचे और शिवकुमार के शव को कंबल में लपेटकर स्कूटी के जरिये लाल पुल से नीचे गंदे नाले में फेंक दिया। जिस स्कूटी का घटना में इस्तेमाल किया गया वह आरोपी ऋषभ गुप्ता ने 27 सितंबर को थाना क्षेत्र से चोरी की थी। शव को ठिकाने लगाने के बाद तीनों आरोपी अपने-अपने घर आगए। इसके बाद स्कूटी चोरी के मामले में ऋषभ गुप्ता व एनडीपीएस के मामले में शुभम उर्फ खस्ता को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
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*”एसएसपी ने थपथपाई पीठ….*
ब्लाइंड मर्डर केस का राजफ़ाश करने वाली पुलिस टीम की पुलिस कप्तान अजय सिंह ने हौसलाअफजाई करते हुए पीठ थपथपाई। एसएसपी अजय सिंह ने बताया सभी थाना, कोतवाली प्रभारियों को अपराध के नियंत्रण और अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हुए है।
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*पुलिस टीम में….*
वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीपक रावत
बाजार चौकी प्रभारी सनोज कुमार
उपनिरीक्षक संदीप कुमार
कांस्टेबल राजीव कुमार,
कांस्टेबल रवि कुमार
कांस्टेबल एसओजी देहरादून किरन