रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने में कुछ ही समय की देर,,,,

रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने में कुछ ही समय की देर,,,,

रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने में कुछ ही समय की देर,,,,

 

देहरादून:

ब्यूरो।

रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने ही वाले हैं। गैंग चिन्हित करने के बाद आला अधिकारियों के नेतृत्व में कई प्रदेशों में पुलिस टीमें ताबड़तोड़ दबिशें डाल रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बदमाश बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। वहीं, पड़ताल में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि गैंग ने कई महीनों की प्लानिंग के बाद वारदात को अंजाम दिया है। रैकी करने के साथ ही घटना में इस्तेमाल किए गए वाहनों को भी खास तौर पर तैयार किया गया था। कार में हथियार छुपाने के लिए गैर बक्से के नीचे अलग से जगह बनाई गई थी। पुलिस ने इस मुद्दे पर राजनीति न करने की अपील करते हुए स्पष्ट किया है कि राष्ट्रपति की सुरक्षा का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने भरोसा दिलाते हुए दावा किया है कि गैंग सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा तो उनकी गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उत्तराखंड पुलिस सभी चुनौती को स्वीकार कर जल्द पर्दाफाश करेगी।

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देहरादून में राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई लूट की घटना के बाद पुलिस चेकिंग के चलते बदमाश 02 मोटरसाइकिलों व आर्टिगा कार को सेलाकुई क्षेत्र में छोड़ भागे थे। पुलिस ने मशक्कत के बाद गैंग को चिन्हित कर लिया है। छानबीन में पता चला है कि गैंग ने पूर्व में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उड़ीसा व अन्य प्रान्तों में भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया है। गैंग सुनिश्चित तरीके से कई महीनो पूर्व से ही घटना की प्लानिंग करते हुए घटनास्थल की भली भांति रैकी करने के बाद घटना को अंजाम देता है। पूर्व में महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान आदि राज्यों में भी गैंग ने इसी मोडस ऑपरेंडी से घटनाओं को अंजाम दिया है।

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गियर बॉक्स के नीचे मिला सीक्रेट बॉक्स

घटना में इस्तेमाल कार की फोरेंसिक जांच में पुलिस टीम को कार के गियर बॉक्स के नीचे से एक सीक्रेट बॉक्स मिला है, जो नियमित चेकिंग के दौरान पकड़ में आना लगभग असंभव है। बदमाशों ने सीक्रेट बॉक्स को हथियारों को छुपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस कार को 6 माह पूर्व आगरा से और 02 मोटरसाइकिलों को 2 महीने पूर्व गुरुग्राम से चोरी किया गया था। गैंग को जानकारी थी कि धनतेरस के समय ज्वेलरी शोरूम में काफी भारी मात्रा में ज्वेलरी की सप्लाई की जाएगी। गैंग ने धनतेरस से पूर्व के दिन को ही इस कारण से घटना के लिए चुना गया था। क्योंकि धनतेरस पर शोरूम से अधिकतर ज्वेलरी के बिक जाने की संभावना थी।

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किसी भी गैंग को पकड़ने में माहिर है पुलिस

एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया के माध्यम से स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड पुलिस की दक्षता किसी भी गैंग को पकड़ने में हासिल है, प्रकरण में राजनीति न होकर हौसला बढ़ाएं। जब गैंग सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा तो उनकी गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगेगा, पर उत्तराखंड पुलिस सभी चुनौती को स्वीकार कर शीघ्र पर्दाफाश करेगी। पुलिस कप्तान ने यह भी साफ किया कि घटना का तात्कालिक तौर पर  राष्ट्रपति महोदया के भ्रमण से कोई संबंध नहीं है। अतः अनुरोध है कि घटना को राजनीतिक मुद्दा ना बनाएं।देहरादून: रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने ही वाले हैं। गैंग चिन्हित करने के बाद आला अधिकारियों के नेतृत्व में कई प्रदेशों में पुलिस टीमें ताबड़तोड़ दबिशें डाल रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बदमाश बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। वहीं, पड़ताल में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि गैंग ने कई महीनों की प्लानिंग के बाद वारदात को अंजाम दिया है। रैकी करने के साथ ही घटना में इस्तेमाल किए गए वाहनों को भी खास तौर पर तैयार किया गया था। कार में हथियार छुपाने के लिए गैर बक्से के नीचे अलग से जगह बनाई गई थी। पुलिस ने इस मुद्दे पर राजनीति न करने की अपील करते हुए स्पष्ट किया है कि राष्ट्रपति की सुरक्षा का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने भरोसा दिलाते हुए दावा किया है कि गैंग सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा तो उनकी गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उत्तराखंड पुलिस सभी चुनौती को स्वीकार कर जल्द पर्दाफाश करेगी।
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देहरादून में राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई लूट की घटना के बाद पुलिस चेकिंग के चलते बदमाश 02 मोटरसाइकिलों व आर्टिगा कार को सेलाकुई क्षेत्र में छोड़ भागे थे। पुलिस ने मशक्कत के बाद गैंग को चिन्हित कर लिया है। छानबीन में पता चला है कि गैंग ने पूर्व में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उड़ीसा व अन्य प्रान्तों में भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया है। गैंग सुनिश्चित तरीके से कई महीनो पूर्व से ही घटना की प्लानिंग करते हुए घटनास्थल की भली भांति रैकी करने के बाद घटना को अंजाम देता है। पूर्व में महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान आदि राज्यों में भी गैंग ने इसी मोडस ऑपरेंडी से घटनाओं को अंजाम दिया है।
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गियर बॉक्स के नीचे मिला सीक्रेट बॉक्स
घटना में इस्तेमाल कार की फोरेंसिक जांच में पुलिस टीम को कार के गियर बॉक्स के नीचे से एक सीक्रेट बॉक्स मिला है, जो नियमित चेकिंग के दौरान पकड़ में आना लगभग असंभव है। बदमाशों ने सीक्रेट बॉक्स को हथियारों को छुपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस कार को 6 माह पूर्व आगरा से और 02 मोटरसाइकिलों को 2 महीने पूर्व गुरुग्राम से चोरी किया गया था। गैंग को जानकारी थी कि धनतेरस के समय ज्वेलरी शोरूम में काफी भारी मात्रा में ज्वेलरी की सप्लाई की जाएगी। गैंग ने धनतेरस से पूर्व के दिन को ही इस कारण से घटना के लिए चुना गया था। क्योंकि धनतेरस पर शोरूम से अधिकतर ज्वेलरी के बिक जाने की संभावना थी।
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किसी भी गैंग को पकड़ने में माहिर है पुलिस
एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया के माध्यम से स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड पुलिस की दक्षता किसी भी गैंग को पकड़ने में हासिल है, प्रकरण में राजनीति न होकर हौसला बढ़ाएं। जब गैंग सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा तो उनकी गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगेगा, पर उत्तराखंड पुलिस सभी चुनौती को स्वीकार कर शीघ्र पर्दाफाश करेगी। पुलिस कप्तान ने यह भी साफ किया कि घटना का तात्कालिक तौर पर राष्ट्रपति महोदया के भ्रमण से कोई संबंध नहीं है। अतः अनुरोध है कि घटना को राजनीतिक मुद्दा ना बनाएं।

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