इलाज के दौरान मरीज की मौत होने के मामले में दर्ज मुकदमे की विवेचना में डॉक्टर पाया फर्जी , पुलिस ने किया गिरफ्तार,,,
रुड़की:
अनवर राणा।
इलाज के दौरान मरीज की मौत होने के मामले में दर्ज मुकदमे की विवेचना में डॉक्टर फर्जी पाया गया जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दरअसल बीते 10 अक्टूबर को रुड़की मोहनपुरा स्थित पाल चिकित्सालय में इंजेक्शन लगाने से मौके पर हुई लवेश त्यागी निवासी आकाशदीप कॉलोनी की मृत्यु के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी चिकित्सक मनोज पाल पुत्र बुचा सिंह निवासी मानक चौक मंगलौर को मोहनपुरा से गिरफ़्तार कर लिया है। कोतवाली प्रभारी आर. के. सकलानी ने बताया पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी 15 सालों से बिना किसी वैध डिग्री के चिकित्सालय और केमिस्ट की दुकान चला रहा था पुलिस ने चिकित्सा विभाग से भी इस संबंध में पत्राचार करके इस चिकित्सक के पास नेचुरोपैथी के लाइसेंस होते हुए, एलोपैथी में चिकित्सा करने के संबंध में रिपोर्ट माँगी थी, जिसे चिकित्सा विभाग ने भी अवैध माना है। आरोपी अक्षय भामा के सर्टिफिकेट पर केमिस्ट की दुकान संचालित कर रहा था। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करने की तैयारी की जा रही है।रुड़की: इलाज के दौरान मरीज की मौत होने के मामले में दर्ज मुकदमे की विवेचना में डॉक्टर फर्जी पाया गया जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दरअसल बीते 10 अक्टूबर को रुड़की मोहनपुरा स्थित पाल चिकित्सालय में इंजेक्शन लगाने से मौके पर हुई लवेश त्यागी निवासी आकाशदीप कॉलोनी की मृत्यु के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी चिकित्सक मनोज पाल पुत्र बुचा सिंह निवासी मानक चौक मंगलौर को मोहनपुरा से गिरफ़्तार कर लिया है। कोतवाली प्रभारी आर. के. सकलानी ने बताया पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी 15 सालों से बिना किसी वैध डिग्री के चिकित्सालय और केमिस्ट की दुकान चला रहा था पुलिस ने चिकित्सा विभाग से भी इस संबंध में पत्राचार करके इस चिकित्सक के पास नेचुरोपैथी के लाइसेंस होते हुए, एलोपैथी में चिकित्सा करने के संबंध में रिपोर्ट माँगी थी, जिसे चिकित्सा विभाग ने भी अवैध माना है। आरोपी अक्षय भामा के सर्टिफिकेट पर केमिस्ट की दुकान संचालित कर रहा था। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करने की तैयारी की जा रही है।