चमनलाल महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान किया गया आयोजित,,,

चमनलाल महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान किया गया आयोजित,,,

चमनलाल महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान किया गया आयोजित,,,

रुड़की/लंढौरा

चौ0 शाहरुख

चमनलाल महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान आयोजित किया गया। शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने एचआईवी से  जागरूक रहने के लिए छात्र-छात्राओं को समय-समय पर सावधान रहने के लिए कहा तथा छात्र-छात्राओं का ज्ञानवर्धन कैसे हो इस विषय पर भी प्रकाश डाला जिससे छात्र-छात्राएं समाज में जाकर किसी भी प्रकार की गलत फहमियों के शिकार न होने पाए। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मोहम्मद इरफान एवं डॉ. प्रभात कुमार ने भी छात्र-छात्राओं को एचआईवी से जागरूक रहने के लिए अपना संदेश दिया और संपूर्ण परिसर में पोस्टर एवं स्लोगन इत्यादि के माध्यम से जागरूक किया तथा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए भी बताया कि प्रतिदिन सफाई का विशेष ध्यान रखें। प्रकृति में बढ़ते प्रदूषण के रोकथाम के लिए भी जागरूक किया। इसके द्वितीय चरण में महाविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार सेल का गठन किया गया जिसके अंतर्गत एक व्याख्यान भी आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में हिमांशु गोयल वैज्ञानिक, उत्तराखंड स्टेट काउंसलिंग फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी से ऑनलाइन उपस्थित रहे। उन्होंने बौद्धिक संपदा का अर्थ एवं महत्व को बताया और बताया कि आज के समय में नवाचार को किस प्रकार से बढ़ावा मिल रहा है। भारत में पेटेंट के माध्यम से हमारी विरासत को बल मिल रहा है और ट्रेडमार्क प्रबंधन इत्यादि की चर्चा भी अपने व्याख्यान में की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनामिका चौहान ने भी बौद्धिक संपदा के सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलू पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।रुड़की/लंढौरा (देशराज पाल)। चमन लाल महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान आयोजित किया गया। शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया। 

मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने एचआईवी से  जागरूक रहने के लिए छात्र-छात्राओं को समय-समय पर सावधान रहने के लिए कहा तथा छात्र-छात्राओं का ज्ञानवर्धन कैसे हो इस विषय पर भी प्रकाश डाला जिससे छात्र-छात्राएं समाज में जाकर किसी भी प्रकार की गलत फहमियों के शिकार न होने पाए। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मोहम्मद इरफान एवं डॉ. प्रभात कुमार ने भी छात्र-छात्राओं को एचआईवी से जागरूक रहने के लिए अपना संदेश दिया और संपूर्ण परिसर में पोस्टर एवं स्लोगन इत्यादि के माध्यम से जागरूक किया तथा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए भी बताया कि प्रतिदिन सफाई का विशेष ध्यान रखें। प्रकृति में बढ़ते प्रदूषण के रोकथाम के लिए भी जागरूक किया। इसके द्वितीय चरण में महाविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार सेल का गठन किया गया जिसके अंतर्गत एक व्याख्यान भी आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में हिमांशु गोयल वैज्ञानिक, उत्तराखंड स्टेट काउंसलिंग फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी से ऑनलाइन उपस्थित रहे। उन्होंने बौद्धिक संपदा का अर्थ एवं महत्व को बताया और बताया कि आज के समय में नवाचार को किस प्रकार से बढ़ावा मिल रहा है। भारत में पेटेंट के माध्यम से हमारी विरासत को बल मिल रहा है और ट्रेडमार्क प्रबंधन इत्यादि की चर्चा भी अपने व्याख्यान में की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनामिका चौहान ने भी बौद्धिक संपदा के सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलू पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।

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