पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि अपने क्षेत्र में पन्ना प्रमुख के साथ बूथ अध्यक्षों की मीटिंग ली बताया  महत्वपूर्ण भूमिका,,,

पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि अपने क्षेत्र में पन्ना प्रमुख के साथ बूथ अध्यक्षों की मीटिंग ली बताया महत्वपूर्ण भूमिका,,,

पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि अपने क्षेत्र में पन्ना प्रमुख के साथ बूथ अध्यक्षों की मीटिंग ली बताया महत्वपूर्ण भूमिका,,,
हरिद्वार।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि अपने क्षेत्र में पन्ना प्रमुख के साथ बूथ अध्यक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, उन्हें पता होता है कि किस योजना के कितने पात्र लोग उनके क्षेत्र में निवासरत है, इसलिए वे सभी को चिन्हित कर उन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाएं। साथ ही जिन लोगों को पार्टी की रीति—नीतियों के बारे में जानकारी नहीं है, उनसे मुलाकात कर उन्हें जानकारी दें।
शनिवार को गांव चलो अभियान के तहत लालढांग मंडल के बूथ—17 पर प्रवास करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने ग्रामीणों को केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ सीधे उनके खाते में भेज रही है। ऐसे में अब किसी प्रकार की हेराफेरी की गुजाइंस नहीं है। उन्होंने बताया कि किसान और मजदूरों को भी सीधे ही योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के असली पात्रों की पहचान कराने की सही जिम्मेदारी पन्ना प्रमुख और बूथ अध्यक्ष की होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें इसकी बखूबी जानकारी होती है। उन्होंने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी और ज्यादा इसलिए बढ़ गई है कि उन्हें ऐसे लोगों को चिन्हित करना है जिन्हें भाजपा की रीति व नीतियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की जानकारी नहीं है। वे ऐसे लोगों की सूची तैयार करें और उन्हें देश में हो रहे विकास कार्यों के प्रति जानकारी दें।
स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि महिला और युवाओं पर देश की दशा और दिशा बदलने की अह्म जिम्मेदारी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार करने के साथ मन की बातें अवश्य सुने।
बूथ अध्यक्ष रविंद्र सैनी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर सतराम सैनी, टेकचंद सैनी, दीपक, राजेंद्र प्रसाद, राजेंद्र कुमार, शीशपाल पोखरियाल, सुरेंद्र सैनी, विक्रम सैनी, धर्मवीर, बब्लू, अंकित, लालाराम, महक सिंह, कलवाराम, सरदार इकबाल सिंह आदि शामिल हुए।

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