5 साल के मासूम की हत्या गलत काम में नाकाम होने पर की गई थी , मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार हुए आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में किया खुलासा,,,
हरिद्वार:
धर्मनगरी में दिसंबर माह में 5 साल के मासूम की हत्या गलत काम में नाकाम होने पर की गई थी। मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार हुए आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा किया है। दरअसल घटना बीते दिसंबर माह में हुई थी। पुलिस सारे संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी थी। केवल पास में चाय की दुकान पर काम करने वाला बिहार का एक युवक गायब चल रहा था। मामला झुग्गी बस्ती में रहने वाले एक निम्न वर्गीय परिवार के मासूम से जुड़ा होने के बावजूद पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए व्यक्तिगत रूप से लगातार मॉनिटरिंग की। एसएसपी हर मीटिंग में घटना के खुलासे को लेकर दिशा निर्देश देते रहे। जिसका नतीजा यह रहा कि काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने आखिरकार मासूम के गुनहगार को न सिर्फ ढूंढ निकाला, बल्कि मुठभेड़ के दौरान जवाबी हमले में आरोपी की टांग में गोली लगने से मासूम को एक हद तक न्याय भी मिला। बेगुनाह मासूम को अपनी हवस के चक्कर में मौत के घाट उतारने वाले दरिंदे के फंदे तक पहुंचाना ही अब पुलिस का मकसद है। एसएसपी का कहना है कि आरोपी को फांसी की सजा दिलाने के लिए पुलिस अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगी। वहीं, आमजन में पुलिस के इस कार्य की जमकर प्रशंसा हो रही है। साथ ही एक बच्चे के कातिल को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का फर्ज अदा होने पर पुलिसकर्मी भी खुद अच्छा महसूस कर रहे हैं।
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दिसम्बर माह में शहर कोतवाली क्षेत्र की झुग्गी बस्ती से ई रिक्शा चालक राजेश का पांच साल का बेटा अजीत रात के समय घर से मोमबत्ती लेने निकला था। लेकिन घर नहीं लौटा। अगली सुबह राजेश ने अपने स्तर से तलाश करने के बाद उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। दोपहर के समय घर से कुछ दूरी पर झाड़ियां में अजीत का खून से लथपथ शव बरामद हुआ था। शुरुआती जांच में सामने आया था कि बालक की पत्थर से कुचलकर हत्या की गई है। इस मामले में कई संदिग्धों से पूछताछ के बाद पास में ही चाय की दुकान पर काम करने वाले बिहार के एक युवक की तलाश की जा रही थी। पहले तत्कालीन शहर कोतवाल भावना कैंथोला ने आरोपी की गिरफ्तारी की पुरजोर कोशिश की। बाद में एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने आरोपी की गिरफ्तारी को मिशन के तौर पर लिया। एसओजी इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पाल की टीम भी मददगार बनी। बुधवार देर रात मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसकी टांग में गोली लगी। एसओजी उपनिरीक्षक पवन डिमरी भी मामूली रूप से घायल हुए। लेकिन पुलिस ने आखिरकार मासूम के गुनहगार को धर दबोचा।
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पूछताछ में आरोपी दीपक उर्फ प्रदीप पुत्र विनोद निवासी-चिल्ड्रन हाऊस अलीपुर थाना अलीपुर दिल्ली ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि घटना की रात वह शराब के नशे में था। तभी अकेले बालक पर उसकी नजर पड़ गई और गलत काम करने की नीयत से उसने मासूम को पकड़ लिया। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका। इसलिए गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। बताया कि पुलिस के डर से वह लगातार इधर से उधर फरार हो रहा था। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी की कब्जे से 315 बोर का देसी तमंचा दो खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। उसके खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। तमंचा और कारतूस बरामद होने पर आर्म्स एक्ट में भी कार्रवाई की गई है। कोर्ट में पेश करो उसे जेल भेज दिया गया है।
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पुलिस टीमः
प्रभारी निरीक्षक कुन्दन सिंह राणा को0नगर हरिद्वार
निरीक्षक ऐश्वर्यपाल प्रभारी सी0आई0यू0 हरिद्वार
व0उ0नि0 सतेन्द्र सिंह बुटोला को0नगर हरिद्वार
उ0नि0 अशोक कश्यप को0नगर हरिद्वार
उ0नि0 पवन डिमरी एस.ओ. जी. हरिद्वार
उ0नि0 यशवीर नेगी को0नगर हरिद्वार
उ0नि0 संजीत कण्डारी को0नगर हरिद्वार
का0 831 कमल मेहरा को0नगर हरिद्वार
का0 332 राजेश सिमल्टी को0नगर हरिद्वार
का0 464 महेन्द्र सिह – को0नगर हरिद्वार
का0 93 शिवानन्द को0नगर हरिद्वार
का0 449 राकेश नेगी को0नगर हरिद्वार
का0 उमेश एस.ओ. जी. हरिद्वार
का0 679 कुलदीप सिह को0नगर हरिद्वार
का0 1424 सतेन्द्र भण्डारी को0नगर हरिद्वार
का0चालक नन्द किशोर को0नगर हरिद्वार ।
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