वायरल वीडियो से एक समाज के लोगों में उमेश कुमार के  प्रति पनप रहा भारी रोष,,,

वायरल वीडियो से एक समाज के लोगों में उमेश कुमार के प्रति पनप रहा भारी रोष,,,

वायरल वीडियो से एक समाज के लोगों में उमेश कुमार के प्रति पनप रहा भारी रोष,,,

निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की टिपणी से आहत समाज के लोगो ने कहा कि अगर उन्हें पाकिस्तान से इतना प्यार है तो लोकसभा चुनाव भी पाकिस्तान से क्यों नहीं लड़ते,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
हरिद्वार लोकसभा से 2024 का चुनाव लड़ रहे खानपुर के विधायक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं , एक समाज को टारगेट करते हुए कह रहे हैं कि अगर आप भारत माता की जय नहीं बोलेंगे तो आप पाकिस्तान चले जाइए। यह वीडियो वायरल होने के बाद लोकसभा हरिद्वार में ही नहीं अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी इसको लेकर एक समाज के लोगों में भारी आक्रोश पनपने लगा है।चुनाव में होने वाले नुकसान को देखते हुवे हालांकि की बाद में उमेश कुमार ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर किसी को मेरी बात बुरी लगी हो या कोई समाज आहत हुआ हो तो में माफी चाहता हूं।
लोकसभा चुनाव 2024 मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे ही लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के दिलों की धड़कन बढ़ती जा रही है कोई संयम रखकर मतदाताओं के बीच जा रहा है तो कोई बौखलाहट में अनगल बयान बाजी सोशल मीडिया पर करता हुआ दिखाई दे रहा है। यह ब्यानबाजी सोशल मीडिया पर पिछले दो दिन से वायरल हो रहा है जिसमें खानपुर से निर्दलीय विधायक और हरिद्वार लोकसभा से चुनाव लड़ रहे उमेश कुमार कहते हुए दिखाई सुनाई दे रहे हैं कि अगर भारत माता की जय नहीं बोलोगे तो पाकिस्तान चले जाइए उनका यहां पर क्या काम। सोशल मीडिया पर उन्होंने साफ कहा है कि जो हिंदुस्तान में रहेगा वह भारत माता की जय बोलेगा। उनके इस बयान के वायरल होने के बाद एक समाज के लोगों में उनके प्रति भारी रोष पनप रहा है। सोशल मीडिया पर बयान वायरल होने के बाद उन्होंने फिर सोशल मीडिया के माध्यम से माफी भी मांगी है। अब देखना है कि क्या उक्त समाज इस बयान पर उन्हें माफ कर पाता है या नहीं वैसे तो क्षेत्र की जनता कहती हुई सुनाई दे रही है जो दिल में होता है वह जुबान पर आ ही जाता है अब चाहे वह माफी मांगे या नहीं। पीड़ित समाज के कुछ लोगों का कहना है कि अगर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को पाकिस्तान से इतना प्यार है तो वो पाकिस्तान में ही लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ लेते।

उत्तराखंड