महिला रेस्क्यूर को भी SDRF की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है, चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली SDRF महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी,,,

महिला रेस्क्यूर को भी SDRF की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है, चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली SDRF महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी,,,

चारधाम यात्रा को सफल व सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा की पहल,,,

महिला रेस्क्यूर को भी SDRF की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है, चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली SDRF महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी,,,
उत्तराखंड:
चारधाम यात्रा को सफल व सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा की पहल पर इस बार महिला रेस्क्यूर को भी SDRF की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली SDRF महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दरअसल एसडीआरएफ वाहिनी, जॉलीग्रांट में एसडीआरएफ में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त पुलिस के 53 जवानों का 84 दिवसीय बेसिक फर्स्ट रेस्पॉन्डर कोर्स का विधिवत समापन हुआ। समापन समारोह में सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा को सफल व सुगम बनाना एसडीआरएफ की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। चारधाम यात्रा व मानसून सीजन की तैयारियों के क्रम में पहली बार महिला रेस्क्यूर को भी SDRF की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि तीन माह के प्रशिक्षण के दौरान समस्त पुलिस जवानों ने प्रत्येक रेस्क्यू ड्रिल में उच्च कोटि का प्रदर्शन किया है, उन्होंने प्रशिक्षण पास कर SDRF में सम्मिलित हुए 53 पुलिस जवानों को बधाई देते हुए आगामी चारधाम यात्रा के लिए सेल्फ मोटिवेटेड रहने को कहा। वर्तमान में सम्पूर्ण राज्य में 31 स्थानों पर SDRF की पोस्टें व्यवस्थापित हैं। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत 09 अतिरिक्त स्थानों पर SDRF के कार्मिकों को तैनात किया गया है। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा ने समस्त प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओ को आपदा प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके साथ ही आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य करने का अभ्यास भी कराया गया। SDRF के कुशल प्रशिक्षकों ने मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर (MFR) कॉलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (CSSR), केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर (C.B.R.N.) फ्लड रेस्क्यू, रोप रेस्क्यू इत्यादि का गहन प्रशिक्षण दिया गया। समापन समारोह के दौरान सहायक सेनानायक शिवदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत, ट्रेनिंग इंस्पेक्टर प्रमोद रावत आदि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण टीम में एसआई अनूप रमोला, हे0का0 दिगपाल लाल, हे0का0 दीपक कुमार, का0 यशवंत सिंह, का0 जगदीश का0 अजय विश्वकर्मा, का0 आशीष रावत, का0 संदीप व का0 मनीष उनियाल आदि शामिल रहे।

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