पुलिस की मुस्तैदी से नाकाम हुए पशु चोर,गौकसी की झूठी वीडियो वायरल कर माहौल खराब करने वालो की जांच के कप्तान ने दिए निर्देश,,,

पुलिस की मुस्तैदी से नाकाम हुए पशु चोर,गौकसी की झूठी वीडियो वायरल कर माहौल खराब करने वालो की जांच के कप्तान ने दिए निर्देश,,,

पुलिस की मुस्तैदी से नाकाम हुए पशु चोर,गौकसी की झूठी वीडियो वायरल कर माहौल खराब करने वालो की जांच के कप्तान ने दिए निर्देश,,,
हरिद्वार:
रात के समय अलग-अलग जगहों से दो भैंस चोरी कर ले जा रहे स्कॉर्पियो सवार पशु चोरों को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोक लिया। सामने पुलिस को देख पशु चोर घबरा गए और घेराबंदी होती देख अपनी गाड़ी और दोनों भैंस छोड़कर उल्टे पांव भाग निकले। सुबह भैंस मालिक रिपोर्ट दर्ज कराने पथरी थाने पहुंचे तो दोनों भैंस सही सलामत वापस मिलने पर गदगद हो गए। वहीं, एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने भी पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार व उनकी टीम को शाबाशी दी। वहीं, दूसरी तरफ पथरी क्षेत्र में ही रात के समय एयरगन लेकर खेत में पानी लगा रहे दो भाइयों से कुछ हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने गौकशी के शक में पूछताछ की। नोंक झोंक होने पर गौकशी का मामला बताकर उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं पर राइफल तानने का आरोप भी लगाया गया। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो पूरी कहानी फर्जी िनिकली। सोशल मीडिया पर वीडियाे के साथ फर्जी पोस्ट वायरल कर माहौल खराब करने का प्रयास किया गया है। जिस पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने आरोपियों को चिह्नित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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पुलिस की मुस्तैदी से नाकाम हुए पशु चोर
सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल ने बताया कि शुक्रवार की रात पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम सुभाषगढ़ तिराहे पर रूटीन चेकिंग कर रही थी। तभी सुभाषगढ़ की ओर से आ रही एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो कार को पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया। पुलिस को देखकर संदिग्धों ने अपनी गाड़ी कई मीटर पहले अचानक तेज ब्रेक मारकर रोक लिया और कूदकर फरार हो गए। जिससे पुलिस का शक गहरा गया। एक टीम ने आरोपियों का पीछा किया और दूसरी टीम ने गाड़ी की तलाश की। गाड़ी के अन्दर पैर बांधकर बुरी तरह से ठूंसे गए दो भैंस वंशीय पशु मिले। जबकि आरोपित अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने टीम के साथ मिलकर दोनों पशुओं को सकुशल बाहर निकाला और गाड़ी सहित थाना पथरी लाया गया। पशुओं के साथ हुई क्रूरता को देखते हुए आरोपितों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इधर, शनिवार की सुबह भैंस मालिकों को अपनी-अपनी भैंस चोरी का होने का पता चला तो बदहवास हालत में रिपोर्ट दर्ज कराने पथरी थाने पहुंचे। पुलिस के पूरी कहानी बताने पर पीड़ितों ने अपनी-अपनी भैंस को पहचान लिया। लाखों रुपये की दुधारू भैंस वापस मिलने पर पीड़ित बेहद खुश नजर आए और पुलिस को धन्यवाद दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने पुलिस टीम के साथ सेल्फी भी ली। टीम में उपनिरीक्षक रोहित कुमार, कांस्टेबल सुशील, कांस्टेबल राजीव, मनजीत व प्रदीप राणा शामिल रहे।
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फर्जीवाड़ा कर एसएसपी के घेराव की दी चेतावनी
सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ वायरल हुई पोस्ट में दावा किया गया कि थाना पथरी क्षेत्र के नसीरपुर खुर्द में देर रात खेत में गौकशी की तैयारी कर रहे तस्करों की कार्यकर्ताओं ने फील्डिंग लगाई तो आरोपी बौखला गए और कार्यकर्ताओं पर राइफल तान दी। जेहादी मानसिकता के लोग कहने लगे कि जिसमे हिम्मत हो गौकशी रोक लो जो रोकेगा उसको गोली से उड़ा देंगे। क्या अब गौकशी करने वाले खुलेआम हथियार से गौकशी रोकने वाले कार्यकर्ताओं पर हमला करेंगे। अगर हथियार लाईसेंस के है तो आचार संहिता में गौकशी करने के लिए इन्हें हथियार न जमा करने की छूट है, और अगर हथियार अवैध है, तो कार्यवाही क्यों नही। पोस्ट में लिखा गया कि बहुत जल्द हरिद्वार एसएसपी का घेराव करेंगे। अगर किसी भी कार्यकर्ता पर आंच भी आती है तो हरिद्वार का माहौल खराब होगा तो उसका जिम्मेदार केवल हरिद्वार प्रशासन होगा।
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पोस्ट और वीडियो का संज्ञान लेते हुए पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने फेरुपुर चौकी प्रभारी नवीन चौहान से जांच कराई। पता चला कि वीडियो पथरी क्षेत्र के एक हिंदूवादी कार्यकर्ता ने वायरल की है। वीडियो मे दिखाई दे रहे व्यक्तियों की पहचान दो भाई आदिल व आजम पुत्रगण इस्माईल निवासीगण सुल्तानपुर के रूप में हुई। फेरुपुर पुलिस चौकी बुलाकर पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि नसीरपुर खुर्द गांव की सरहद से लगी अपनी जमीन में वह रात के समय पानी लगाने गए थे। तभी 15-20 लडके लाठी डंडे लेकर आए और पूछा कि क्या कर रहे है। उसी दौरान आपस में कहासुनी हो गई। दोनों भाइयों का कहना था कि य़दि कोई शक है तो पुलिस को मौके पर बुला लो। तब उनकी साथ आए कुछ बुजुर्ग लोग समझा बुझाकर घर ले गए। बताया कि वीडियो में दिख रही बंदूक एयरगन है, जिसे अजमेर से खरीदा गया है। खेत में जानवरों को एयरगन की आवाज से डराने -भगाने के लिए अपने पास रखते है। पुलिस की पड़ताल में गौकशी जैसी घटना के कोई साक्ष्य नहीं मिले। इसके बावजूद यह वीडियो और पोस्ट तेजी के साथ वायरल हो रही है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि भ्रामक मैसेज और वीडियो वायरल करने वालों को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। माहौल खराब करने का प्रयास करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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