हादसे को अभी महीना भर भी नही गुजरा था कि उसी टोल पर ऐसे ही एक हादसे में महिला यात्री का हाथ पोल से टकराकर धड़ से हुआ अलग ,,,

हादसे को अभी महीना भर भी नही गुजरा था कि उसी टोल पर ऐसे ही एक हादसे में महिला यात्री का हाथ पोल से टकराकर धड़ से हुआ अलग ,,,

हादसे को अभी महीना भर भी नही गुजरा था कि उसी टोल पर ऐसे ही एक हादसे में महिला यात्री का हाथ पोल से टकराकर धड़ से हुआ अलग ,,,
हरिद्वार:
टोल प्लाजा बहादराबाद पर बस में बैठे एक व्यक्ति का हाथ पोल से टकराकर धड़ से अलग हो गया था इस हादसे को अभी महीना भर भी नही गुजरा था कि उसी टोल पर ऐसे ही एक हादसे में महिला यात्री का हाथ पोल से टकराकर धड़ से अलग हो गया। चीख-पुकार सुनकर बस को टोल पर ही रोक दिया गया, तत्काल घायल महिला को पास से अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। चंद दिनों में ये दूसरी घटना किसी बड़ी लापरवाही की तरफ इशारा करती है।
जानकारी के अनुसार महिला वंदना पटेल निवासी महाराष्ट्र अपने परिवार के साथ हरिद्वार घूमने आई थी, जब महिला बस से वापस लौट रही थी तो जैसे ही बस बहादराबाद टोल प्लाजा पर पहुँची तो अचानक महिला का हाथ टोल पर लगे पोल से टकरा गया जिससे महिला का हाथ धड़ से अलग होकर नीचे गिर गया। चीख-पुकार की आवाज से सुनकर अफरा-तफरी मच गई। तत्काल घायल महिला नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। अभी करीब दो सप्ताह पूर्व भी इसी टोल पर एक व्यक्ति का हाथ पोल से टकराकर धड़ से अलग हो गया था जिसे हायर सेंटर भेज दिया गया था। चंद दिनों में ही टोल पर ये दूसरी घटना घटी है जिसमे दो यात्रियों ने अपना हाथ गवाया है, सवाल ये है कि टोल प्लाजा के जिम्मेदारों ने पहली घटना से कोई सबक क्यों नही लिया, क्या पोल (खंबे) टोल प्लाजा पर गलत लगे है जो हादसों का सबब बन रहे है, बहरहाल प्रसाशनिक अधिकारियों को इस गंभीर समस्या का संज्ञान लेना चाहिए जो आमजनमानस की जिंदगी से खिलवाड़ है। बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने बताया पिछले मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, इस मामले में भी शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

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