पुलिस कप्तान पीएल मीणा पत्रकारों को नोटिस भेजकर आवाज दबाने का कर रहे प्रयास ,,,

पुलिस कप्तान पीएल मीणा पत्रकारों को नोटिस भेजकर आवाज दबाने का कर रहे प्रयास ,,,

पुलिस कप्तान पीएल मीणा पत्रकारों को नोटिस भेजकर आवाज दबाने का कर रहे प्रयास ,,,
देहरादून:
राजधानी सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों नैनीताल पुलिस चर्चा में है। दो दिन पहले हल्द्वानी के वनभूलपुरा कांड के 50 आरोपियों को जमानत मिलने पर हिंदूवादी संगठन पहले ही नैनीताल पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। रही कसर, पत्रकारों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नैनीताल एसएसपी की शिकायत कर पूरी कर दी। पत्रकारों का आरोप है कि पुलिस कप्तान पीएल मीणा उन्हें नोटिस भेजकर आवाज दबाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भरोसा दिलाया है कि अधिकारियों की तरफ से इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। वहीं, हिंदूवादी संगठन पहले ही नैनीताल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नाराजगी जता रहे हैं। अंदरूनी तौर पर भी मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। ऐसे में ये चर्चाएं भी जोर पकड़ने लगी हैं कि नैनीताल एसएसपी की कुर्सी हिल सकती है। हालांकि, बदलाव का माहौल कई अन्य जिलों में भी बनता दिख रहा है। निकाय चुनाव पीछे हटने पर अदला-बदली की चर्चाओं पर मुहर लगने की भी पूरी संभावना है। देखने वाली बात यह है कि कौन-कौन अधिकारी इस बदलाव की जद में आते हैं।
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राजधानी देहरादून के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करते हुए बताया कि नैनीताल एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा अलग-अलग खबरों को लेकर पत्रकारों को नोटिस भेज रहे हैं। जिससे पत्रकारों का मनोबल गिराने का प्रयास हो रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वार्ता के दौरान कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा और सबसे मजबूत स्तंभ है। मीडिया के माध्यम से ही आमजन की आवाज सरकारों तक पहुंचती है। बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मीडिया के साथ बराबर संवाद किया जाए। जब संवाद टूटता है तो दिक्कतें पैदा होती हैं। सीएम धामी ने भरोसा दिलाया कि अधिकारियों को इस बारे में निर्देशित कर दिया गया है, ऐसे कार्यों की पुनरावृत्ति नहीं होगी। इस दौरान महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, प्रतिनिधि मंडल में सुरेंद्र डसीला, अवधेश नौटियाल, मनीष डंगवाल, ध्रुव मिश्रा, सुदीप जैन, पंकज पंवार, अभय कैंतुरा, सौरभ भाटिया, अंकित शर्मा , हर्ष उनियाल, संदीप बडोला और अन्य शामिल रहे।
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पुलिस की लापरवाही की जांच हो: विहिप
वनभूलपुरा कांड के आरोपियों को जमानत मिलने पर हरिद्वार में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए बजरंग दल के प्रांत संयोजक अनुज वालिया ने आरोप लगाया कि पुलिस की लचर जांच और कमजोर पैरवी के चलते आरोपियों को जमानत मिली है। इतने गंभीर मामले में पुलिस ने जिस प्रकार की कार्यशैली का परिचय दिया, वह कानून व्यवस्था और पुलिस अधिकारियों पर प्रश्नचिन्ह है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर विश्व हिन्दू परिषद आंदोलन करेगी और उच्च पुलिस अधिकारियों से मिलकर लापरवाही की जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी। विहिप के प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख पंकज चौहान ने कहा कि कानून व्यवस्था और प्रदेश के शांत वातावरण को अशांत करने वाले गंभीर प्रकरण में जांच में खामियों और कमजोर पैरवी का लाभ उठाकर आरोपी जमानत हासिल करने में सफल रहे हैं। इससे पुलिस की प्रतिष्ठा को भी आघात लगा है। सरकार को लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

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