एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में महज 24 घंटे के भीतर प्रसाद व्यापारी महेश उर्फ कल्लू की हत्या के आरोपी को किया गिरफ्तार,,,
हरिद्वार।
हरिद्वार में एक और हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए हरिद्वार पुलिस ने एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में महज 24 घंटे के भीतर प्रसाद व्यापारी महेश उर्फ कल्लू की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या की घटना का पर्दाफाश कर दिया। आरोपी गंजु उर्फ राजु, जो मृतक के परिवार से पैसे के लेन-देन को लेकर झगड़े में उलझा हुआ था, ने इस हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर खून से सनी शर्ट और वारदात में इस्तेमाल की गई इंटरलॉकिंग टाइल भी बरामद की।
दरअसल 30 अक्टूबर की सुबह ऋषिकुल पुल शौचालय के पास एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पाया कि व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। पहचान करने पर मृतक का नाम महेश उर्फ कल्लू (35 वर्ष) निवासी टंकी नंबर 06 ऋषिकुल बताया गया। इसके बाद मृतक की पत्नी राजकुमारी ने कोतवाली नगर में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के अनावरण और हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक कुंदन सिंह राणा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिसपर पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरे व मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरफ्तार आरोपी गंजु और मृतक महेश के बीच कुछ महीनों पहले पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। महेश के परिजनों ने गंजु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिस पर गंजु मृतक से मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था। मृतक और उसके परिजन लगातार गंजु की दुकान के पास जाकर उसे ताने मारते थे, जिससे नाराज होकर गंजु ने महेश की हत्या करने का मन बना लिया। घटना के दिन, गंजु ने महेश के सिर पर इंटरलॉकिंग टाइल्स से कई बार वार किया और उसकी जान ले ली। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और ठोस साक्ष्य जुटाए, जिनकी मदद से आरोपी को 24 घंटे के भीतर पकड़ लिया गया। इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा ने बताया आरोपी गंजु उर्फ राजु का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। उसके खिलाफ हत्या और अन्य अपराधों के कई मामले दर्ज हैं, जिनमें जनपद देहरादून में हत्या के कई केस शामिल हैं। पुलिस टीम में एसएसआई वीरेन्द्र रमोला, उपनिरीक्षक सतेन्द्र भण्डारी, कांस्टेबल सतीश नौटियाल व कांस्टेबल निर्मल सिंह ने अहम भूमिका निभाई।