उत्तराखण्ड, नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) ने अपनी विशेष पहल ‘हौसलों की उड़ान’ कार्यक्रम
हरिद्वार:
उत्तराखण्ड, नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) ने अपनी विशेष पहल ‘हौसलों की उड़ान’ कार्यक्रम के माध्यम से दिव्यांग जनों को ‘उत्कृष्ट प्रतिभा सम्मान’ देकर उन्हें सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में दिव्यांग प्रतिभाओं ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया, जिसमें भजन गायन, तबला, हारमोनियम, नृत्य जैसे प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से दिव्यांग जनों ने अपनी कला और प्रतिभा का परिचय दिया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
‘हौसलों की उड़ान’ कार्यक्रम के अंतर्गत उन विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने अपनी शारीरिक चुनौतियों को मात देकर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की है। श्री स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय के नेत्रहीन विद्यार्थियों में कक्षा 5 से कक्षा 10 तक के छात्र जैसे प्रशांत, अमन, चंद्रमणी, नरेंद्र, सूरज, और वीरपाल को ब्रेल लिपि के माध्यम से पढ़ाई करते हुए अपनी-अपनी कक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया। इन छात्रों ने 51.77% से 92.77% के बीच अंक प्राप्त कर यह साबित किया कि उनकी नेत्रहीनता उनकी प्रगति में बाधा नहीं है।
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मानसिक रूप से अशक्त विद्यार्थियों का सम्मान….
मानसिक रूप से अशक्त विद्यार्थियों के आत्मनिर्भरता और रोजगारपरक शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए ‘आकांक्षा’ संस्था के विद्यार्थियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। नृत्यकला के क्षेत्र में साहिल और ऐहेतेशाम, चित्रकला में साबिर, और सामान्य ज्ञान में शशांक को उनकी प्रतिभा के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा, मानसिक अशक्तता (डाउन सिंड्रोम) का सामना कर रही कु. नीति और कु. तोशनी पाहूजा को भी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए मंच प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।
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सामाजिक जागरूकता और आत्मनिर्भरता की मिसाल बनने वाले प्रतिभाओं का सम्मान……
राज्य दिव्यांग कल्याण आयोग के पूर्व सदस्य संदीप अरोड़ा, जो मूक-बधिर समुदाय में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं, को भी सम्मानित किया गया। संदीप अरोड़ा के साथ सरदार मोंटू और कंप्यूटर प्रशिक्षित सचिन सैनी, जो अपने जीवन में मूक-बधिरता की चुनौतियों का सामना करते हुए आत्मनिर्भर बने हैं, को भी कार्यक्रम में विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
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शिक्षा और समाज में दिव्यांगों के योगदान का सम्मान…..
अपने ही जैसे नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बने शिक्षक सूरज नारायण, कुमेर सिंह, राकेश जोशी और उमा शंकर को भी सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, संगीत और मनोविज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त कर दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने वाली शिक्षिका सुश्री अरुणा को उनके योगदान के लिए सराहना मिली। इसी तरह मूक-बधिर होते हुए भी नियमित शिक्षा पाकर बिना किसी अतिरिक्त सहारे के अपनी पढ़ाई पूरी करने वाली कु. तूबा पठान और कु. इकरा को भी प्रोत्साहित किया गया।
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अतिथियों के विचार और आशीर्वचन….
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुनील कुमार जोशी ने दिव्यांगजनों की सामाजिक, शारीरिक और मानसिक चुनौतियों के बावजूद उनकी उपलब्धियों को सराहा। उन्होंने इस प्रयास को समाज के लिए प्रेरणा बताया। वहीं, कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. सुनील बत्रा ने दिव्यांग बच्चों की मेहनत और लगन की सराहना की और कहा कि हमें हमेशा इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि और ज्वालापुर के विधायक रवि बहादुर ने कार्यक्रम को अपने जीवन का विशेष क्षण बताया और कहा कि ऐसे आयोजनों से दिव्यांगजन अपने आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ समाज में अपने लिए एक विशेष स्थान बना सकते हैं। उन्होंने दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
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सहयोगियों की विशेष उपस्थिति और सहयोग….
कार्यक्रम में प्रेस क्लब के अध्यक्ष अमित शर्मा, महासचिव डॉ. प्रदीप जोशी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जगद्ग्नि, समाजसेवी विशाल गर्ग, और मंगलम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखे। इसके अलावा, कार्यक्रम में विभिन्न पत्रकार, समाजसेवी, और शिक्षाविदों ने भाग लेकर दिव्यांग प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया। नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम अपने आप में एक अनूठी पहल है, जो समाज में दिव्यांगजन के महत्व और उनके योगदान को मान्यता प्रदान करता है। यूनियन की अध्यक्ष सुदेश आर्या और महासचिव मुकेश कुमार सूर्या ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि यूनियन आगे भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास जारी रखेगी। कार्यक्रम का संचालन वरि0 पत्रकार एवं साहित्यकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने किया। कार्यक्रम में सुनील शर्मा, धन सिंह बिष्ट, संजय अग्रवाल, विनोद चौहान, नवीन चन्द्र पाण्डे, धीरेन्द्र सिंह रावत, चौ0 महेश सिंह, नवीन कुमार, सूर्या सिंह राणा, भगवती प्रसाद गोयल, प्रभाष भटनागर, आदि का विशेष सहयोग रहा। जेपी बडोनी, डॉ. हरिनारायण जोशी, तरूण व्यास, दीपक पाण्डे, एस पी चमोली, दिनेश लखेड़ा, संजय नैथानी, एमसी काला, प्रमोद डोभाल, उमराव, डॉ. रजनीकांत शुक्ल, सूर्यकांत बेलवाल, हिमांशु द्विवेदी, रामेश्वर गौड नीरू अदलखा, उमा, मधु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।