नशे में वाहन चलाने वालों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन करने वालों के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई शुरू,,,

नशे में वाहन चलाने वालों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन करने वालों के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई शुरू,,,

नशे में वाहन चलाने वालों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन करने वालों के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई शुरू,,,
पिरान कलियर:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार प्रदेशभर में सड़क हादसों को रोकने और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के लिए “ड्रिंक एंड ड्राइव” अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। अभियान के तहत नशे में वाहन चलाने वालों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में कलियर थाना पुलिस ने धनौरी चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस टीम ने वाहन चालकों को रोककर “ब्रीथ एनालाइज़र” से जांच की कि उन्होंने शराब का सेवन किया है या नहीं। जांच के लिए मुख्यतः उन वाहनों को चुना गया, जो रात के समय तेज गति या संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए गए।
इसके साथ ही, पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्ती दिखाई। अभियान के दौरान पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया, जो सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन कर रहे थे। इन लोगों को पुलिस चौकी लाकर चालान किया गया और उन्हें भविष्य में ऐसा न करने की सख्त चेतावनी दी गई।
—————————————-
लोगों में जागरूकता लाने की पहल…..
अभियान के दौरान पुलिस ने वाहन चालकों और स्थानीय लोगों को सड़क सुरक्षा और नशा मुक्त वाहन चलाने के महत्व के बारे में जागरूक किया। लोगों को बताया गया कि नशे में वाहन चलाने से न केवल उनका बल्कि अन्य लोगों का जीवन भी खतरे में पड़ सकता है। पुलिस के इस प्रयास की स्थानीय लोगों ने सराहना की और इसे हादसों को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। धनौरी चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज ने बताया कि अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
—————————————-
नियमों का पालन करने की अपील….
पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें, शराब के नशे में वाहन न चलाएं और सड़क पर दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करना है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के अभियानों से न केवल सड़क हादसों में कमी आएगी, बल्कि लोग यातायात नियमों के प्रति अधिक जागरूक भी होंगे।

उत्तराखंड