लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर सेक्सटॉर्शन वसूलने वाले एक गैंग का उधमसिंह नगर पुलिस ने किया भंडाफोड़,,,

लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर सेक्सटॉर्शन वसूलने वाले एक गैंग का उधमसिंह नगर पुलिस ने किया भंडाफोड़,,,

लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर सेक्सटॉर्शन वसूलने वाले एक गैंग का उधमसिंह नगर पुलिस ने किया भंडाफोड़,,,
उत्तराखंड:
लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर सेक्सटॉर्शन वसूलने वाले एक गैंग का उधमसिंह नगर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गैंग का सरगना एक राशन डीलर निकला। प्लानिंग के तहत एक व्यक्ति को जाल में फंसा कर महिला ने मिलने बुलाया और फिर खुद अपने कपड़े उतारने के बाद उसकी वीडियो बनाकर रकम मांगी गई। उधमसिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी राशन डीलर और महिला को गिरफ्तार कर गिरोह का खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक, एक पीड़ित ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा से मिलकर आपबीती सुनाई थी। पुलिस की जांच में पता चला कि रैकेट का शिकार होने वाले लोग अक्सर लोकलाज के भय से इसकी रिपोर्ट नहीं करते, लेकिन रुद्रपुर निवासी पीड़ित ने एसएसपी पर भरोसा जताया और अपनी आपबीती साझा की। इसके बाद एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस मामले की जांच शुरू कराई।
दरअसल 21 अक्टूबर 2024 को काशीपुर निवासी सतनाम सिंह (रिटायर्ड शिक्षक) ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। उनके अनुसार, एक महिला गौरी वर्मा उर्फ दमयंती वर्मा और उसके साथी विवेक बाठला और अजय गुप्ता ने उन्हें बंद कमरे में बंधक बना लिया। महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें जबरन यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया और फिर चाकू की नोक पर उन्हें कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। इसके बाद, आरोपी महिला ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर आरोपी का शोषण किया। इसके बाद दो अन्य व्यक्ति, एक खुद को हाई कोर्ट का वकील और दूसरे को ग्राम प्रधान बताकर आए। तीसरे ने खुद को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पुलिस क्राइम अधिकारी बताया। आरोपियों ने उन्हें बंधक बनाकर ATM से 3.65 लाख रुपये निकाले और उनका मोबाइल फोन छीन लिया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी निरीक्षक जीतो कंबोज को सौंपी, जो एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी हैं। जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपियों ने अन्य लोगों को भी हनी ट्रैप का शिकार बनाया था। रैकेट में शामिल आरोपियों ने गैरकानूनी रूप से लोगों से पैसे ऐंठे और उनके मानसिक व शारीरिक शोषण के बाद उनपर दबाव डाला।
मुख्य आरोपी गौरी वर्मा (दमयंती वर्मा) और अजय गुप्ता को पुलिस ने को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों के खिलाफ कोतवाली रुद्रपुर में FIR नंबर 569/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस टीम की कड़ी मेहनत और त्वरित कार्रवाई से यह रैकेट बेनकाब हुआ, और अन्य पीड़ितों का भी हौसला बढ़ा, जो अब सामने आने का साहस जुटा रहे हैं।
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पुलिस टीम की सराहना….. एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने पुलिस टीम की इस सफलता को सराहा और उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की। पुलिस टीम में निरीक्षक जीतो कंबोज, प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी, SSI नवीन बुधानी, SI प्रियांशु जोशी, HC सुभाष चंद्र, HC हरजिंदर सिंह और महिला कांस्टेबल प्रियंका आर्या शामिल रहे।

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