“कलम के नाम पर ‘कलेक्शन: ऑडियो में कैद कथित पत्रकार की सौदेबाजी..
ऑडियो प्रकरण में जनपद के कुछ पत्रकार संगठनों ने भी जिले के पुलिस कप्तान से कथित फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाने की मांग की,,,
रुड़की:
एक कथित पत्रकार की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तैर रही है, और इसकी गूंज सट्टेबाजों से ज्यादा खुद उस ‘पत्रकार’ के कानों में पड़ रही है।
सूत्र बताते हैं, वायरल ऑडियो में एक कथित पत्रकार, सट्टेबाज से छह माह के बकाया पैसों की वसूली पर बातचीत कर रहा है। रकम?—पूरे छह हजार। लेकिन जब सामने वाला इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताता है, तो ‘जनहित’ की ये कलम तीन हजार पर ‘सेटलमेंट’ करने को तैयार हो जाती है।
विडंबना यह कि यही शख्स सोशल मीडिया पर आए दिन सट्टेबाजी से क्षेत्र को कलंकित होने की दुहाई देते हुए ‘ख़बरनुमा’ पोस्ट डालता है। लेकिन ताजा खुलासे ने उसकी कथनी-करनी का अंतर सबके सामने रख दिया है।
स्थानीय लोगों का दावा है—यह तथाकथित पत्रकार अवैध उगाही में लिप्त है और यदि कोई पैसे देने से इनकार करे, तो उसे सट्टेबाजी या अन्य अवैध धंधों में लिप्त दिखाकर खबर चला देता है।
इस प्रकरण के बाद हरिद्वार जनपद के कुछ पत्रकार संगठनों ने भी जिले के पुलिस कप्तान से कथित फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाने की मांग की है। संगठनों का कहना है कि पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने के लिए समय-समय पर ऐसे लोगों पर नकेल कसने की जरूरत है, जो कलम की आड़ में अपनी जेबें भरने में जुटे हैं।
थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने स्पष्ट किया कि पत्रकारिता की आड़ में गलत धंधों में लिप्त लोगों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा—एक विशेष अभियान चलाकर ऐसे तत्वों पर कार्रवाई की जाएगी जो पत्रकारिता को बदनाम करने और समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश करते हैं।

