मुस्लिम मतों का तीन पार्टीयो में बंटना कोंग्रेस प्रतियासी के  जीत के दावे को कर रहा खोखला,,,। कोंग्रेस प्रतियासी को क्यों याद आयी मास्टर कुंवरपाल,चो0 वसीम के पोस्टर पर  फोटो लगाने की,,,।

मुस्लिम मतों का तीन पार्टीयो में बंटना कोंग्रेस प्रतियासी के जीत के दावे को कर रहा खोखला,,,। कोंग्रेस प्रतियासी को क्यों याद आयी मास्टर कुंवरपाल,चो0 वसीम के पोस्टर पर फोटो लगाने की,,,।

मुस्लिम मतों का तीन पार्टीयो में बंटना कोंग्रेस प्रतियासी के जीत के दावे को कर रहा खोखला,,,।
कोंग्रेस प्रतियासी को क्यों याद आयी मास्टर कुंवरपाल,चो0 वसीम के पोस्टर पर फोटो लगाने की,,,।
गंगोह/सहारनपुर
अनवर राणा
कैराना लोकसभा उपचुनाव में तबस्सुम हसन को हराने का एलान करने वाले इमरान को क्यों याद आयी स्वर्गीय मास्टर कुंवरपाल जो सांसद प्रदीप चौधरी के पिता थे ,चो0 वसीम जो तबस्सुम के भाई व कैराना विधायक नाहिद हसन के मामा लगते है।विधान सभा उपचुनाव गंगोह पर काजी परिवार मुस्लिमो को धुर्वीकरण कराकर भाजपा को वाकओवर देने की नीति पर काम करने से भी पीछे नही हट रहा है।जहां उनकी कोसिस यह है कि सपा व बसपा से कुछ मुस्लिमो को हटाकर अपने पक्ष में लाया जाये ताकि यहां पर बसपा या सपा की जीत नही हो ओर उनकी राजनीति चलती रहे।अभी एक दिन पहले एक चुनावी मीटिंग के दौरान कोंग्रेस नेता इमरान मसूद ने एलानिया कहा कि इस चुनाव से किसी की सरकार नही बनेगी बस सपा व बसपा जो भजपा की बी टीम है उसको वोट न देकर या तो भाजपा को वोट दे या फिर मुख्य विपक्ष कोंग्रेस प्रतियासी की जीत निश्चित करे।ऐसा इसलिये भी करना चाहते है क्योंकि अगर चो0 इन्द्रसेन या मुस्लिम चो0 इरशाद यहां जीतते है तो सबसे बड़ा राजनीतिक नुकसान भी काजी परिवार को ही उठाना पड़ेगा।ऐसे में मुस्लिम ,दलित,पिछड़ा गठजोड़ भी पीछे हटने का नाम नही ले रहा है जो एकजुट होकर बसपा पार्टी को ही भाजपा के विकल्प के तौर पर देखकर बसपा की जीत पक्की करने का मन लगातार बना रहा है।अब 18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी की रैली क्या गुल खिलाएगी या फिर भाजपा की अब तक की नीतियों को देखकर जनता भाजपा नेतृत्व से गंगोह विधान सभा में निजात पाकर राहत की सांस लेगी यह आने वाला वक्त ही तय करेगा।

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