फ्लाई तंजीम ने विनिवेश नीति की खुलकर आलोचना की
(देशराज) रुड़की। फ्लाई तंजीम ने भारत सरकार के सत्तारूढ़ शासकों की विनिवेश नीति की खुलकर आलोचना की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशुल हसन सैफी ने कहा सरकार देश के महत्वपूर्ण बड़े उद्योगों को निजी क्षेत्र को बेचकर देश को किस दिशा में ले जाना चाहती है। यह एक गंभीर मुद्दा है। राष्ट्रीय महासचिव रिजवान कौसर ने कहा कि वे बीएचईल देश की महानवरत्न कंपनी है। इस महानवरत्न बीएचईल कंपनी की सरकार के पास 63.27 प्रतिशत भागीदारी है जिसे सरकार 26% तक लाना चाहती है। इतने बड़े उद्योग में भारी विदेशी निवेश भी होगा जो हमारी अर्थव्यवस्था के लिए घातक सिद्ध होगा। इधर देश की जनता को मस्जिद मंदिर मुद्दों में उलझा कर लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है। संयुक्त सचिव जमीर अहमद ने कहा कि रेलवे की 6 बड़ी कोच फेक्टियो को भी निजी क्षेत्रों को बेचा जा चुका है। इस अवसर पर बैठक में विपक्ष की चुप्पी पर भी आश्चर्य व्यक्त किया गया। इस मौके पर पंकज सोनकर, अब्दुल रऊफ डॉक्टर अतीत, नसीम हैदर चांद, कारी शमीम, कश्मीरी लाल सोनकर, मास्टर रियाजुद्दीन, योगेंद्र शर्मा नौशाद अली, इम्तियाज अली आदि ने भी अपने विचार रखे।