“23 दुकानों का मामला’

“23 दुकानों का मामला’

“23 दुकानों का मामला’

प्रदीप बत्रा व गोरव गोयल पर दुकानदारों का फूटा ग़ुस्सा, लगाये गम्भीर आरोप,,,,।

पूर्व मेयर यशपाल राणा व कोंग्रस पार्टी की बढ़ती लोकपिर्यता से भाजपा परेशान,,,।

रुड़की
अनवर राणा
रुड़की शहर विधायक पर रामनगर की 23 दुकान के आवंटन में भ्र्ष्टाचार तथा 3 से 5 लाख तक प्रति दुकान में घूसखोरी के आरोप निगम द्वारा हाइकोर्ट के आदेश पर सील की गयी 23 दुकानों के मालिकों ने सरेआम लगाकर विधायक प्रदीप बत्रा के चेहरे को बेनकाब कर दिया है।दुकानदारों ने निगम टीम का विरोध भी किया ,लेकिन उनकी सुध लेने को न ही तो मेयर गोरव गोयल ओर न ही शहर विधायक प्रदीप बत्रा मोके पर पहुँचे जिससे जनता व व्यापारियों में भाजपा विधायक व मेयर ज खिलाफ आक्रोश देखने को मिला है।दुकानदारों का कहना है कि 15 वर्ष पूर्व तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप बत्रा के द्वारा तीन लाख से अधिक रिश्वत के रूप में लेकर ओर 75000 हजार रुपये की रशीद दी गयी थी,दुकानदारों का कहना है कि अगर विधायक व मेयर व्यापारियों का भला चाहते तो समय रहते बोर्ड में प्रस्ताव लेकर दोबारा नियमानुसार अलॉटमेंट कर भूल व गलती को सुधार सकते थे,लेकिन उन्होंने ऐसा न करके व्यापारियों से ठग्गी कर नुकसान पहुंचाने का काम किया।जिसका खमियाजा आगामी 2022 के विधान सभा चुनाव में प्रदीप बत्रा व भाजपा को भुगतना पड़ सकता है।शहर विधायक प्रदीप बत्तरा व मेयर गोरव गोयल आरोप लगने के पर्यायवाची बन गये ओर जनहित की बजाय दोनों ही नेता स्वार्थपूर्ति कर भाजपा को नुकसान देने पर तुले हुवे है।ऐसे में शहर की जनता यशपाल राणा व कोंग्रेस की तरफ आशा भरी नजरों से देख रही है।

उत्तराखंड