क्या इसलिये रुड़की में होते है अनेक प्रेस क्लब के चुनाव,,,?
सरबत सेट से लगाई जाती है पत्रकार की किम्मत,,,।
रुड़की
अनवर राणा
रुड़की शहर में सेकड़ो की तादाद में पत्रकार होने के बावजूद भाजपा,कोंग्रेस,आम आदमी पार्टी,सहित अनेक पार्टियों के द्वारा पत्रकारों को दीपावली व होली आदि पर्वो पर मिलने वाले पत्रकारों के सम्मान की किम्मत भी कुछ मठाधीश/पदाधिकारी पत्रकारों व पार्टियों के नेताओ के दलालो (जिनके द्वारा हर साल दीपावली व होली आदि त्योहारो पर गिफ्ट बंटवारे में) पत्रकारों में ही भेदभाव कराकर चन्द पार्टियों व नेताओ की परिक्रमा करने वाले पत्रकारों को गिफ्ट भेंट कर सरबत सेट से लगवाई जाती है पत्रकारों की किम्मत।क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा रुड़की की मीडिया में चंद गिफ्ट पत्रकारों को अपने लोगो द्वारा हर साल गिफ्ट भेंट कराना हो या कोंग्रेस नेता पूर्व राज्यमंत्री मनोहर लाल तथा आम आदमी पार्टी सहित अनेक पार्टी पदाधिकारियों के द्वारा त्योहारो पर गिफ्ट वितरण में भी भेदभाव व पत्रकारों का अपमान किसी ओर की तरफ से कम बल्कि इन अपमानित पत्रकारों के वोट से अध्यक्ष व अनेक पदों पर विराजमान पत्रकारों के द्वारा ही किया जाना समझ से परे होना लाजमी है क्योंकि जिन सेकड़ो पत्रकारों के वोट से तीन तीन क्लब शहर में विराजमान है उन्ही के पदाधिकारियों को केवल 30 गिफ्ट दीपावली के दिया जाना क्या किसी प्रेस क्लब के लिये उचित प्रतीत कहीं से भी लगता है ।क्योंकि पद के भूखे पत्रकार तब तो स्वयं सम्मानित व जनता में रोब ग़ालिब करने के लिये सेकड़ो पत्रकारों की लिस्ट जारी कर शहर की जनता को भी भृमित करने का काम करते है ओर बढ़ में पार्टियों को अपने सम्बन्धित पत्रकारों की लिस्ट भी किसी पार्टी के द्वारा सम्मानित करने को उपलब्ध नही करा पाते यह कहाँ तक उचित है इसका जवाब तो सम्मानित व गिफ्ट प्राप्त करने वाले लोगो से पत्रकारगण व रुड़की शहर की पढ़ी लिखी जनता जरूर जानना चाहेगी ओर पार्टियों के पदाधिकारियों से भी जवाब चाहेगी यह कहाँ तक उचित है।ऐसे गिफ्ट प्राप्त करने वाले मथाशीष पत्रकारों के लिये चन्द लाइन ।
*संघर्षो से वो डरते हैं जिनमे दम नही होता ,*
*सच्चाई की राह चलने वाले को कोई गम नही होता ,,*
*मेरे चाहने वालो की दुआओ का असर कभी कम नही होता,*
*इसलिये में अपने विरोधियों के बीच भी
महफूज रहता हूं ,,*