चालीस लाख से सौन्दर्यकरण होने के बावजूद साबरी गेस्ट हाउस के सामने लगे उत्तराखण्ड टूरिज़्म के स्तम्भ की हालत बद से बदतर ,,,

चालीस लाख से सौन्दर्यकरण होने के बावजूद साबरी गेस्ट हाउस के सामने लगे उत्तराखण्ड टूरिज़्म के स्तम्भ की हालत बद से बदतर ,,,

चालीस लाख से सौन्दर्यकरण होने के बावजूद साबरी गेस्ट हाउस के सामने लगे उत्तराखण्ड टूरिज़्म के स्तम्भ की हालत बद से बदतर ,,,
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक क्षेत्र के सौंदर्यकरण के नाम पर पूर्व में करोड़ो रूपये उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा खर्च किये जा चुके है।लेकिन रखरखाव के अभाव में इन सभी स्तम्भो को कूड़े में तब्दील करने के पीछे दरगाह प्रबंधतंत्र का ही हाथ होता है।सरकारी पैसे से तालाब का सौन्दर्यकरण हो या फव्वारा चौक आदि सभी योजना करोड़ो सरकार के खर्च होने के बावजूद सभी योजना अधर में लटकी है ओर बजट की बन्दर बाँट कर इन सभी का सौन्दर्यकरण अधर में छोड़कर अपनी जेबो को भरा गया।हाल यह है कि अभी एक माह पूर्व दरगाह के साबरी गेस्ट हाउस के सौन्दर्यकरण के नाम पर लगभग चालीस लाख का बजट उसकी रिपेयर के नाम पर खर्च किया जा चुका है जिसकी हालात यह है कि उसमें दर्जनों कमरे होने के बावजूद उनमें बेड आदि फर्नीचर की तो कोई सुविधा ही नही जबकि बजट स्टीमेट में सभी सुविधाओं को दरुस्त करने की जिम्मेदारी ठेकेदार को दी गयी थी लेकिन ठेकेदार भी पुताई व अन्य थोड़ा कार्य कर पूरे मामले को ज्यों का त्यों छोड़कर आज तक फरार है इसके पीछे कुछ लोग में चर्चा कमीशन खोरी को ही माना जा रहा है।इस गेस्ट हाउस में जबकि उर्स के समय पाकिस्तानी जायरीनों के जत्थे को ठहराया गया था,वहीं उसके ठीक सामने उत्तराखण्ड टूरिज़्म द्वारा बनाये गये कलियर के इतिहास से सम्बंधित स्तम्भ की हालत भी बद से बदत्तर हो चुकी है ओर लकड़ी से बने इस स्तम्भ पर नकासी को भी घुन खा गया है लेकिन प्रबंधतंत्र व अधिकारी बेखबर बने हुवे है।

उत्तराखंड