दरगाह प्रबंधन की सांठगांठ से खानकाहों व सिदरियो सहित क्षेत्र में हुवे अवैध अतिक्रमण हटाने की तहसील प्रशासन ने की शुरुआत,,,
क्या कई सिदरियो सहित दरगाह क्षेत्र में कार्यालय सांठगांठ से कब्जा करने वालो पर भी होगी कार्यवाही,,,?
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक कार्यालय स्टाफ के कुप्रबंधन व कुनीतियों का लाभ उठाकर अवैध कब्जे धारकों ने दरगाह की शिद्रियों ,खानकाहों व जमीन पर अवैध कब्जा जमाकर यहां पर आने वाले जायरीनों के साथ बदसलूकी का काम जमा रखा है ओर दरगाह प्रबंधन आंख बंद कर ये सब तमाशा देखता रहा।अगर समय रहते इन फर्जी लोगो को दरगाह दफ्तर संरक्षण न देता तो नोबत यहां तक नही पहुंचती।दरगाह कार्यालय की सांठगांठ का ही नतीजा रहा कि 2022 में प्रशासन द्वारा दरगाह क्षेत्र से हटाये गये अवैध अतिक्रमण सड़को पर दोबारा किये जा चुके है जबकि प्रशासन द्वारा दोबारा अवैध अतिक्रमण होने पर दरगाह प्रबंधन की जिम्मेदारी तय कर दी थी,परन्तु दरगाह कार्यालय स्टाफ की सांठगांठ से पूरे क्षेत्र में दोबारा अवैध अतिक्रमण पैर पसार गया ओर दरगाह प्रबंधन को पता भी नही चल पाया यह बड़ा सवाल है।अब उत्तराखण्ड वख्फ़ बोर्ड सीईओ मुख्तार मोहसिन के गोपनीय भृमण ने क्षेत्र में हुवे अवैध अतिक्रमण की पोल खोलकर रख दी है।वक्फ सीईओ ओर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की के निर्देश पर सोमवार को तहसीलदार रुड़की शालिनी मौर्या के नेतृत्व में अवैध कब्जा कर एक शिदरी पर कब्जा करने वालो से कब्जा मुक्त कराई गई वहीं एक खानकाह का सामान निकालकर उसको सील किया गया है तथा एक कमरा साबरी गेस्ट हाउस के बाहरी हिस्से से खाली कराया गया है।वही दरगाह के अंदर व बाहर काफी लोगो ने खानकाह,शिद्रियों पर अवैध कब्जा किया हुआ तो है ही वही सड़को पर हुवे अवैध अतिक्रमण को भी हटाया जायेगा या नही इसको लेकर क्षेत्र में चर्चा व्याप्त है।सरकारी भूमि सीलिंग से लेकर नगर पंचायत तक की भूमि पर अवैध कब्जा धारकों के द्वारा मोके पर कब्जा हो रखा है।