नशीली दवाई बेचने वाले दर्जनों फर्जी डिग्रीधारी मेडिकल स्टोरों पर ड्रग्स विभाग मौन,

नशीली दवाई बेचने वाले दर्जनों फर्जी डिग्रीधारी मेडिकल स्टोरों पर ड्रग्स विभाग मौन,

नशीली दवाई बेचने वाले दर्जनों फर्जी डिग्रीधारी मेडिकल स्टोरों पर ड्रग्स विभाग मौन,

नशीली दवाइयों की बड़ी खेप के साथ कलियर पुलिस एक धरा,,,
कलियर।
अनवर राणा।
जनपद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के निर्देश पर कलियर पुलिस ने नशा तस्करों की कमर तोड़ने का जो प्लान तैयार कर कार्यवाही शुरू की है।उससे बौखलाए नशातस्करो ने अब कलियर को केंद्र मानकर गांव देहात को निशाना बनाना अपने एजेंटों के थुरु अपनाना शुरू कर दिया है।क्योंकि कलियर एक धार्मिक स्थल होने के साथ ही अभी तक यहां कोई अस्पताल भी नहीं है फिर भी निम हकीमो ने फर्जी रजिस्ट्रेशन व फर्जी डिग्री के सहारे यहां पर तीन दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर खोल रखे हैं।कुछ मेडिकल पर तो प्रेक्टिश कर बाकायदा नीमहकीम मरीजो को मेडिशन दे रहे है ओर मोटी कमाई कर रहे है।लेकिन क्षेत्र में परचून की तरह गली मौहल्लों में खुले मेडिकल नशीली दवाइयों के अलावा कोई काम नहीं कर रहे है जिससे क्षेत्र में नशातस्करी कई घटनाएं पुलिस की लगातार कार्यवाही होने के बावजूद बढ़ती जा रही हैं।कलियर पुलिस थाना अध्यक्ष जहाँगीर अली के नेतृत्व में नशा कारोबारियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही कर रही है।इसी कड़ी में आज चेकिंग के दौरान तनवीर पुत्र मुर्तजा निवासी हज़ारा थाना सिडकुल को नशीली दवाइयों का बड़ा जखीरा मोटरसाइकिल पर ले जाते रंगेहाथ पकड़ा है।जिसके बाद उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। नशातस्करो के खिलाफ जितनी कड़ी कार्यवाही जनपद स्तर की पुलिस कर रही है उतनी फुर्ती अगर ड्रग्स विभाग फर्जी डिग्रीधारी व बिना लाइसेंस तथा दूसरे के लाइसेंस पर कुकरमुत्तों की तरह कलियर के मेडिकल स्टोरों पर करे तो नशामुक्त कलियर बनने से कोई नहीं रोक सकता।

उत्तराखंड