गन्दे शौक की वजह से खानी पड़ गयी जेल की हवा,हवस के शौक से बचने को रचा षड्यंत्र भी नही आया काम

गन्दे शौक की वजह से खानी पड़ गयी जेल की हवा,हवस के शौक से बचने को रचा षड्यंत्र भी नही आया काम

हरिद्वार
अनवर राणा।
इंसान का शौक उससे न जाने क्या-क्या कराता है। लेकिन कुछ शौक जब गंदी आदत बन जाए तो भांडा फूटने पर उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। लक्सर क्षेत्र में गलत आदत के शौकीन एक ग्रामीण का दिल अपने बेटे के दोस्त पर आ गया। लेकिन दोस्त के पिता की अवैध और अनैतिक इच्छा पूरी करने से युवक ने इंकार कर दिया। इस पर ग्रामीणों ने अपने एक बेहद करीबी और खास दोस्त के साथ मिलकर जानलेवा हमले की घिनौनी साजिश रच डाली। लेकिन एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर लक्सर कोतवाली के अनुभवी इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चंद दिनों में दूध का दूध और पानी का पानी करते हुए इस पूरे फर्जी जानलेवा हमले का पर्दाफाश कर लिया।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को तमंचे सहित धर दबोचा।

पुलिस को खुद दी हमले की सूचना
लक्सर कोतवाली क्षेत्र के अलावलपुर गांव निवासी संजीव कुमार ने 4 दिन पहले पुलिस को सूचना दी कि वह खेत में काम कर रहा था और तीन युवकों ने आकर उसे गोली मार दी। ग्रामीण को गोली मारने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। घटनास्थल पर जाकर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने ग्रामीण से हमलावरों के बारे में पूछताछ की। जिस पर संजीव ने एक हमलावर को पहचानने का दावा करते हुए अपने बेटे आवेश के दोस्त मोंटी निवासी ग्राम सोपरी रायसी लक्सर का नाम लिया। बाद में उसके भाई प्रिंस का नाम भी पुलिस को बताया। पुलिस को चोट देख कर ही मामला संदिग्ध लगा। इसके बावजूद हर एंगल से छानबीन की। जानकारी जुटाने पर पता चला कि जिन दोनों आरोपी भाइयों के खिलाफ संजीव ने मुकदमा दर्ज कराया है, वह घटना के समय लक्सर क्षेत्र में ही मौजूद नहीं थे। तब पुलिस ने दूसरे एंगल पर जांच शुरू करते हुए आसपास जानकारी जुटाई। संजीव के बारे में आम शोहरत का पता चलने पर पुलिस का माथा ठनक गया। बारीकी से पड़ताल में शर्मनाक कहानी निकलकर सामने आई।

लालच देकर अवैध संबंध बनाने का दबाव

हरिद्वार: पुलिस ने गहरी छानबीन की तो पता चला कि संजीव कुमार अपने बेटे के दोस्त मोंटी को लालच देकर उससे अवैध संबंध बनवाने का दबाव डाल रहा था। लेकिन मोंटी लगातार इंकार कर रहा था। तब उसने अपने साथी उर्फ मुनीर पुत्र इद्दू निवासी- ग्राम बाकरपुर लक्सर के साथ मिलकर जानलेवा हमले की फिल्मी कहानी तैयार की। मुनीर को देशी तमंचा व कारतूस देकर खुद अपने दाहिनी बाजू पर तमंचे से फायर कराया गया। दरअसल, संजीव को उम्मीद थी कि उस पर जानलेवा हमले के मामले में जेल जाने के बाद मोंटी उसकी बात मान जाएगा। लेकिन पुलिस ने पूरे मामले की पड़ताल करते हुए आरोपी संजीव के नापाक इरादों को नाकाम कर डाला। टीम में मुख्य षड़यंत्रकारी संजीव कुमार व उसके साथी मुनीर को गिरफ्तार करते हुए तमंचा, खोखा कारतूस व 03 जिंदा कारतूस अलावलपुर के खेतों से बरामद किए। मुकदमे से मोंटी और उसके भाई प्रिंस का नाम निकालकर उन्हें बेगुनाह जेल जाने से बचा लिया गया। एसएसपी अजय सिंह ने कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह और उनकी पुलिस टीम को शाबाशी दी है।

पुलिस टीम
01. SHO लक्सर अमरजीत सिंह
02. SI मनोज नौटियाल (चौकी प्रभारी सुल्तानपुर)
03. C. गंगा सिंह
04. C. अजीत तोमर
05. C. गोविन्द

उत्तराखंड