नदी किनारे बसाई जा रही कालोनियों के कारण नगर में जलभराव से हुआ लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त,,,

नदी किनारे बसाई जा रही कालोनियों के कारण नगर में जलभराव से हुआ लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त,,,

नदी किनारे बसाई जा रही कालोनियों के कारण नगर में जलभराव से हुआ लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त,,,

रुड़की।

अनवर राणा।

मानसून की पहली बड़ी वर्षा से जहां रुड़की व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण मकान,खेत तथा व्यवसायिक केंद्र जलमग्न हो गए हैं,वहीं सोलानी नदी रुड़की के किनारे स्थित कुछ निर्मित हो रही कॉलोनियों में भी पानी भर गया है,जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।बार-बार निगम की ओर से चेतावनी के बावजूद लोगों ने अवैध कॉलोनियां बसाना शुरू कर दिया है,किन्तु आज की वर्षा से जहां प्रशासन के होश उड़ गए हैं,वहीं नगर निगम की टीमें भी बचाव कार्यों के लिए जुट गई है।एक तरफ अधिकारीगण कांवड़ यात्रा में व्यस्त हैं,तो दूसरी तरफ वर्षा की मार ने इन कॉलोनियों कारण आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों का भी जीवन जोखिम में डाल दिया है।शेरपुर के कुछ लोगों ने बताया कि कभी भी भारी वर्षा के बावजूद हमारे यु पानी नहीं आया है,लेकिन सोलानी के किनारों से सटाकर बनाई जा रही कालोनियों से से सोलानी का क्षेत्रफल कम हो गया है,जिस कारण अधिक पानी होने के कारण वर्षा का पानी इन घरों में भर गया है।सोलानी नदी के किनारे विकसित की जा रही कॉलोनी आज जलमग्न हो गई,जिससे कि वहां पर फ्लैट खरीदने की तैयारी कर रहे लोग घबरा गए और जिन लोगों ने फ्लैट के लिए पेशगी दे रखी है वह इसे वापस लेने की सोच रहे हैं,दरअसल सोलानी नदी के दोनों तट पर कालोनियां विकसित की जा रही है,हालांकि एचआरडीए को इन कालोनियों के नक्शे पास नहीं करने चाहिए थे,क्योंकि सोलानी नदी कब अपना रौद्र रूप दिखा दे कुछ नहीं कहा जा सकता,इधर न्यू आदर्श नगर का काफी हिस्से में पानी-पानी हो गया।खंजरपुर के समीप विकसित की गई कालोनिया भी जलमग्न हो गई।अब सभी उन बिल्डरों को कोस रहे हैं,जिन्होंने उन्हें सपने दिखाकर यहां पर महंगे दरों में आशियाने बेचे और यह आशियाने अब उनके लिए खतरे की घंटी बन गए हैं।इस संबंध में लोगों की ओर से शासन-प्रशासन को शिकायत भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।रुड़की।मानसून की पहली बड़ी वर्षा से जहां रुड़की व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण मकान,खेत तथा व्यवसायिक केंद्र जलमग्न हो गए हैं,वहीं सोलानी नदी रुड़की के किनारे स्थित कुछ निर्मित हो रही कॉलोनियों में भी पानी भर गया है,जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।बार-बार निगम की ओर से चेतावनी के बावजूद लोगों ने अवैध कॉलोनियां बसाना शुरू कर दिया है,किन्तु आज की वर्षा से जहां प्रशासन के होश उड़ गए हैं,वहीं नगर निगम की टीमें भी बचाव कार्यों के लिए जुट गई है।एक तरफ अधिकारीगण कांवड़ यात्रा में व्यस्त हैं,तो दूसरी तरफ वर्षा की मार ने इन कॉलोनियों कारण आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों का भी जीवन जोखिम में डाल दिया है।शेरपुर के कुछ लोगों ने बताया कि कभी भी भारी वर्षा के बावजूद हमारे यु पानी नहीं आया है,लेकिन सोलानी के किनारों से सटाकर बनाई जा रही कालोनियों से से सोलानी का क्षेत्रफल कम हो गया है,जिस कारण अधिक पानी होने के कारण वर्षा का पानी इन घरों में भर गया है।सोलानी नदी के किनारे विकसित की जा रही कॉलोनी आज जलमग्न हो गई,जिससे कि वहां पर फ्लैट खरीदने की तैयारी कर रहे लोग घबरा गए और जिन लोगों ने फ्लैट के लिए पेशगी दे रखी है वह इसे वापस लेने की सोच रहे हैं,दरअसल सोलानी नदी के दोनों तट पर कालोनियां विकसित की जा रही है,हालांकि एचआरडीए को इन कालोनियों के नक्शे पास नहीं करने चाहिए थे,क्योंकि सोलानी नदी कब अपना रौद्र रूप दिखा दे कुछ नहीं कहा जा सकता,इधर न्यू आदर्श नगर का काफी हिस्से में पानी-पानी हो गया।खंजरपुर के समीप विकसित की गई कालोनिया भी जलमग्न हो गई।अब सभी उन बिल्डरों को कोस रहे हैं,जिन्होंने उन्हें सपने दिखाकर यहां पर महंगे दरों में आशियाने बेचे और यह आशियाने अब उनके लिए खतरे की घंटी बन गए हैं।इस संबंध में लोगों की ओर से शासन-प्रशासन को शिकायत भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।

उत्तराखंड