केबिनेट मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में शुक्रताल जनसभा में दिये बयान से सैनी,त्यागी व कशयप समाज आहत,,,

केबिनेट मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में शुक्रताल जनसभा में दिये बयान से सैनी,त्यागी व कशयप समाज आहत,,,

केबिनेट मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में शुक्रताल जनसभा में दिये बयान से सैनी,त्यागी व कशयप समाज आहत,,,

तीनो बिरादरियों के जिमेदार लोगों ने प्रेस वार्ता कर यूपी के मुख्यमंत्री से ऐसे केबिनेट मंत्री को बर्खास्त करने व स्वयं के द्वारा माफी मांगने की मांग की,,,

रुड़की।

अनवर राणा।

उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में पिछले सप्ताह शुक्रताल जनसभा में तीन बिरादरियों को टारगेट करते हुए जो बयान दिया उस पर तीनों बिरादरी के लोगों में आक्रोश है ।‌आज रुड़की के सिविल लाइन स्थित एक कार्यालय में तीनों बिरादरी के जिम्मेदार लोगों ने प्रेस को बयान देकर भाजपा सरकार को चेतावनी दी है कि इस आपत्तिजनक बयान देने वाले कैबिनेट मंत्री को योगी जी तत्काल बर्खास्त करें और योगी जी स्वयं सार्वजनिक तौर पर इसके लिए माफी मांगे अन्यथा इसका वे सड़कों पर आकर विरोध करेंगे।
प्रेस को बयान देते हुए भाजपा वरिष्ठ नेता डा राकेश त्यागी, ऑल इंडिया सैनी सभा के पोल प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजकुमार सैनी, त्यागी समाज के वरिष्ठ नेता जेडी त्यागी,कश्यप समाज के अध्यक्ष व्यापारी नेता अरविंद कश्यप, लोजमो संयोजक सुभाष सैनी, निषाद पार्टी के वरिष्ठ नेता जयभगवान कश्यप, गुरु दत्त त्यागी ने बताया कि शुक्रताल की जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में सैनी त्यागी व कश्यप समाज की बेटियों को अपहरण कर उनके साथ दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या कर दी जाती थी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं होती थी। ऐसा कहकर कैबिनेट मंत्री ने तीनों समाज की बेटियों के साथ साथ तीनों समाज को ही अपमानित किया है। तीनों समाज के सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार को चेतावनी दी है कि इस बयान के लिए योगी जी तत्काल कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को बर्खास्त कर स्वयं सार्वजनिक रूप से इसके लिए माफी मांगे अन्यथा तीनों समाज उत्तर प्रदेश की भांति उत्तराखंड में भी भाजपा के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करेंगे और वर्ष 2024 के चुनाव में इसके दुष्परिणाम उन्हें झेलने पड़ेंगे।

उत्तराखंड