कोंग्रेस निकालेगी 6 अक्टूबर को नारसन बॉर्डर से रुड़की तक किसानों की मांगों को याद दिलाने के लिए किसान सम्मान ट्रैक्टर यात्रा,,,हरीश रावत
रुड़की।
अनवर राणा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पिछले दो माह से किसान अपनी मांगों को लेकर रुड़की में धरने पर पर बैठे हुए हैं लेकिन सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है जिससे साफ प्रतीत होता है कि उत्तराखंड की राज्य सरकार किसान विरोधी है। उन्होंने बताया 16 अक्टूबर को नारसन बॉर्डर से रुड़की तक किसानों की मांगों को याद दिलाने के लिए कांग्रेस किसान सम्मान ट्रैक्टर यात्रा निकलेगी। उन्होंने कहा कि यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल किसानों से भी संपर्क करेगा। उन्होंने कहा इन दिनों जिला हरिद्वार डेंगू तीर्थ बना हुआ है। लेकिन सरकार डेंगू पीड़ितों की कोई सुध नहीं ले रही है।शुक्रवार दिल्ली रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड की राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि धामी सरकार किसान, मजदूर, पिछड़ा, बेरोजगार, नौजवान विरोधी है। उन्होंने कहा किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर कभी रैली तो कभी धरना प्रदर्शन कर रहा है लेकिन इसके बावजूद भी राज्य सरकार किसानो की नहीं सुन रही है। आज के समय में खेत और और खेत वाला दोनों सरकार की उपेक्षा का शिकार हो रखे हैं। कांग्रेस राष्ट्रीय और प्रांतीय स्तर पर निरंतर इस मुद्दे को उठा रही है। उन्होंने कहा सरकार की उपेक्षा का बड़ा उदाहरण यह है कि गत दो माह से किसान रुड़की तहसील में बैठे हैं। लेकिन सरकार का कोई प्रतिनिधि अब तक उनसे वार्ता के लिए नही पहुंचा। कांग्रेस ने भी किसानों के लिए देहरादून में बड़ा प्रदर्शन किया जिसमें प्रमुख पांच मांगे सरकार के सामने रखी थी। हरिद्वार जिले में आई आपदा में किसानों को जो मुआवजा दिया है वह बेहद कम है, उसे दस हजार रुपए बीघा किया जाना चाहिए। इसके साथ ही छह माह का ब्याज ऋण माफ हो। गन्ने का खरीद मूल्य घोषित किया जाए जो कि कम से कम सवा चार सौ रुपए क्विंटल हो। साथ ही इकबालपुर शुगर मिल पर बकाया भुगतान का तुरंत समाधान किया जाए। एक प्रतिनिधिमंडल धरनारत किसानों से भी मिलेगा। इस यात्रा में प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं के अलावा किसान नेता भी मौजूद रहेंगे। यह यात्रा इसके बाद अलग अलग दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाएंगी। हरीश रावत ने स्थानीय मुद्दे पर भी धामी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि डेंगू को लेकर सरकार के इंतजाम पूरी तरह फेल हुए हैं। शासन और विभाग पूरी तरह लापरवाह साबित हुआ है तभी तो हरिद्वार जिले में डेंगू का कहर है। सरकार डेंगू पीड़ितों की उपेक्षा कर रही है। कोई टेस्टिंग नही हो रही है, अस्पतालों में बैड नही है, फोगिंग आदि नही की जा रही है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना की मांग को लेकर कांग्रेस सरकार पर दबाव डालेगी। जाति गत स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। यह देश के गरीब, मजदूरों और दलित के हित में हैं। हरीश रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। इस अवसर पर प्रेस वार्ता में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी एडवोकेट, श्री गोपाल नारसन, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, सुधीर शांडिल्य, इंटक जिला अध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर आदि कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।