साइबर ठगों ने आमजन के साथ अब पुलिस अधिकारियों के नाम से भी ठगने का प्रयास शुरू,,,

साइबर ठगों ने आमजन के साथ अब पुलिस अधिकारियों के नाम से भी ठगने का प्रयास शुरू,,,

साइबर ठगों ने आमजन के साथ अब पुलिस अधिकारियों के नाम से भी ठगने का प्रयास शुरू,,,

हरिद्वार:

साइबर ठगों ने आमजन के साथ अब पुलिस अधिकारियों के नाम से भी ठगने का प्रयास शुरू कर दिए हैं। साइबर ठगों ने बहादराबाद एसएचओ के नाम से क्षेत्र के एक मेडिकल स्टोर स्वामी को व्हाट्सएप मैसेज कर दवाई मांगी, बाकायदा दवाइयों की लिस्ट भी भेजी, इसके बाद दवाइयों का बिल पूछा और पेमेंट ऑनलाइन करने की बात कहते हुए करीब 12 हजार पैमेंट का मैसेज भी भेज दिया। जबकि दवाइयों का बिल करीब 3 हजार रुपये बताया गया था, समय रहते स्टोर स्वामी ने अकाउंट चेक किया तो मालूम हुआ कि अकाउंट में कोई पैमेंट आया ही नही। कुछ इसी तरह का मामला एक मेडिकल स्वामी के साथ और हुआ लेकिन किस्मत से वह भी ठगी होने से पहले बच गया। हालांकि मेडिकल स्टोत स्वामियों ने इस सम्बंध में पुलिस से कोई शिकायत नही की, लेकिन अगर ठगों को रोका नही गया तो यकीनन कोई ना कोई ठगी का शिकार जरूर बन जाएगा।

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ये था ठगी का तरीका……

बहादराबाद थाना क्षेत्र के एक मेडिकल स्वामी के व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया जिसने अपने आपको बहादराबाद थाने का एसएचओ बताते हुए कुछ दवाईयां मांगी, दवाइयों की एक लिस्ट बनाकर मैसेज किया गया और उनका बिल पूछा गया। ठग ने पैमेंट ऑनलाइन करने और दवाइयां कांस्टेबल को देने की बात कही। जब दुकानदार ने दवाइयों का बिल 2965 रुपये बताया तो ठग ने एक फोन पे का एक मैसेज 12965 रुपये का स्क्रीन शॉट भेज दिया। बाकायदा दुकानदार के फोन पर 12965 रुपये का एक मैसेज भी आया जिससे उसे यकीन हो गया। थोदु देर बात ठग का एक मैसेज आया और उसने गलती से 2965 की जगह 12965 रुपये भेजने की बात कहते हुए 10 हजार रुपये वापस लौटाने की बात कही, तभी दुकानदार ने अपना अकाउंट चेक किया तो उसमें कोई पैमेंट नही आया हुआ था, जिसपर दुकानदार को ठगी करने का पता चला और उसने नम्बर को ब्लॉक कर दिया।

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जागरूक नागरिक को करनी चाहिए शिकायत…..

इस तरह की ठगी के मामले इसलिए भी बढ़ते है कि लोग छोटी मोटी ठगी की शिकायत पुलिस से नही करते, यदि समय रहते पुलिस से शिकायत की जाए तो अन्य ठगे जाने वाले लोग बच सकते है। बताया गया है कि इसी तरह का एक मैसेज एक मेडिकल स्वामी पर और आया था। इस मामले में दोनो मेडिकल स्वामियों ने पुलिस से शिकायत नही की है।हरिद्वार: साइबर ठगों ने आमजन के साथ अब पुलिस अधिकारियों के नाम से भी ठगने का प्रयास शुरू कर दिए हैं। साइबर ठगों ने बहादराबाद एसएचओ के नाम से क्षेत्र के एक मेडिकल स्टोर स्वामी को व्हाट्सएप मैसेज कर दवाई मांगी, बाकायदा दवाइयों की लिस्ट भी भेजी, इसके बाद दवाइयों का बिल पूछा और पेमेंट ऑनलाइन करने की बात कहते हुए करीब 12 हजार पैमेंट का मैसेज भी भेज दिया। जबकि दवाइयों का बिल करीब 3 हजार रुपये बताया गया था, समय रहते स्टोर स्वामी ने अकाउंट चेक किया तो मालूम हुआ कि अकाउंट में कोई पैमेंट आया ही नही। कुछ इसी तरह का मामला एक मेडिकल स्वामी के साथ और हुआ लेकिन किस्मत से वह भी ठगी होने से पहले बच गया। हालांकि मेडिकल स्टोत स्वामियों ने इस सम्बंध में पुलिस से कोई शिकायत नही की, लेकिन अगर ठगों को रोका नही गया तो यकीनन कोई ना कोई ठगी का शिकार जरूर बन जाएगा।
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ये था ठगी का तरीका……
बहादराबाद थाना क्षेत्र के एक मेडिकल स्वामी के व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया जिसने अपने आपको बहादराबाद थाने का एसएचओ बताते हुए कुछ दवाईयां मांगी, दवाइयों की एक लिस्ट बनाकर मैसेज किया गया और उनका बिल पूछा गया। ठग ने पैमेंट ऑनलाइन करने और दवाइयां कांस्टेबल को देने की बात कही। जब दुकानदार ने दवाइयों का बिल 2965 रुपये बताया तो ठग ने एक फोन पे का एक मैसेज 12965 रुपये का स्क्रीन शॉट भेज दिया। बाकायदा दुकानदार के फोन पर 12965 रुपये का एक मैसेज भी आया जिससे उसे यकीन हो गया। थोदु देर बात ठग का एक मैसेज आया और उसने गलती से 2965 की जगह 12965 रुपये भेजने की बात कहते हुए 10 हजार रुपये वापस लौटाने की बात कही, तभी दुकानदार ने अपना अकाउंट चेक किया तो उसमें कोई पैमेंट नही आया हुआ था, जिसपर दुकानदार को ठगी करने का पता चला और उसने नम्बर को ब्लॉक कर दिया।
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जागरूक नागरिक को करनी चाहिए शिकायत…..
इस तरह की ठगी के मामले इसलिए भी बढ़ते है कि लोग छोटी मोटी ठगी की शिकायत पुलिस से नही करते, यदि समय रहते पुलिस से शिकायत की जाए तो अन्य ठगे जाने वाले लोग बच सकते है। बताया गया है कि इसी तरह का एक मैसेज एक मेडिकल स्वामी पर और आया था। इस मामले में दोनो मेडिकल स्वामियों ने पुलिस से शिकायत नही की है।

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