दारोगा शिवप्रसाद डबराल की बेटी का कत्ल करने के बाद चीला की शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या करने वाले शैलेंद्र भट्ट का शव आखिरकार हो गया बरामद ,,,

दारोगा शिवप्रसाद डबराल की बेटी का कत्ल करने के बाद चीला की शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या करने वाले शैलेंद्र भट्ट का शव आखिरकार हो गया बरामद ,,,

दारोगा शिवप्रसाद डबराल की बेटी का कत्ल करने के बाद चीला की शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या करने वाले शैलेंद्र भट्ट का शव आखिरकार हो गया बरामद ,,,
देहरादून:
शहर कोतवाली देहरादून में तैनात दारोगा शिवप्रसाद डबराल की बेटी का कत्ल करने के बाद चीला की शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या करने वाले शैलेंद्र भट्ट का शव आखिरकार बरामद हो गया है। घटना के बाद से ही एसडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोर नहर में उसकी तलाश कर रहे थे। पुलिस की अभी तक की पड़ताल में यह साफ हो गया है कि हत्या के पीछे शैलेंद्र भट्ट के अलावा और किसी का हाथ नहीं है। हालांकि, शैलेंद्र ने कत्ल क्यों किया पुलिस इस सवाल का जवाब तलाशने में जुटी हुई है।
बीते 6 मई को छिद्दरवाला क्षेत्र में तीन पानी पुलिया के नीचे आरती डबराल का शव पुलिस को बरामद हुआ था। धारदार हथियार से उसका गला रेता गया था। घटना की जांच में सामने आया था कि आरती के दोस्त शैलेंद्र भट्ट ने ही उसकी हत्या की और घटना को अंजाम देने के बाद रात्रि में ऋषिकेश बैराज के पास से शक्ति नहर में कूद कर उसने आत्महत्या कर ली। यह भी पता चला है कि घटना की रात आरती ऋषिकेश स्थित अपने घर से दोस्त के बर्थडे में शामिल होने की बात कह कर गई थी। नहर में खुद युवक की तलाश में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। आखिरकार शैलेंद्र भट्ट का शव बरामद हो गया। इस मामले में देहरादून के पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि युवती की हत्या की दुखद घटना की जांच में शैलेंद्र भट्ट द्वारा उसकी हत्या करने के बाद नहर में कुदकर आत्महत्या किया जाना प्रकाश में आया था, जल पुलिस व एसडीआरएफ के गोताखोरों ने आज आरोपी के शव को चीला नहर से बरामद कर लिया है, घटना से जुड़े सभी पहलुओं की विस्तृत जांच की गई है, हत्या में अभी तक किसी अन्य के सम्मिलित होने के कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुऐ है।

उत्तराखंड