घर-घर जाकर मतदाताओं से संवाद कर विकास के मुद्दों पर पत्नी सुनीता सिंह के लिए समर्थन मांग रहे चौ0 सुरेंद्र चेयरमैन,,,
क्षेत्र की जनता से ये वादा है कि अगर जनता चुनाव में उन्हें चुनती है, तो में पाडली गुज्जर को बनाऊंगी मॉडल नगर पंचायत,,,निर्दलीय प्रतियाशी सुनीता सिंह
रुड़की:
अनवर राणा।
पाडली गुज्जर नगर पंचायत में चुनावी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। प्रत्याशी पूरे जोर-शोर से जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में, निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता सिंह पत्नी सुरेंद्र सिंह पनियाला ने शक्तिविहार में अपने चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक उपस्थित रहे, जिन्होंने उनका जोरदार स्वागत किया।चुनावी कार्यालय के उद्घाटन के दौरान एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें चौधरी सुरेंद्र सिंह पनियाला ने जनता को संबोधित करते हुए अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा जनता के बीच रहकर उनकी सेवा करता आया हूं। पाडली गुज्जर की जनता मेरा परिवार है, और मेरा मकसद क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाना है।”
सुरेंद्र सिंह पनियाला क्षेत्र की राजनीति में एक जाना-माना नाम हैं और अपनी जमीनी पकड़ के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके मुताबिक, जनता का स्नेह और समर्थन उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है, और इसी भरोसे के दम पर वह निकाय चुनाव में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को हल करना और नगर पंचायत में पारदर्शी शासन स्थापित करना है।
सुनीता सिंह की उम्मीदवारी को लेकर क्षेत्र में काफी उत्साह देखा जा रहा है। समर्थकों का कहना है कि वह समाजसेवा के कार्यों में हमेशा सक्रिय रहती हैं और लोगों की समस्याओं को हल करने में आगे रहती हैं। उनके पति सुरेंद्र सिंह पनियाला के मजबूत राजनीतिक कद और प्रभाव ने भी उनकी दावेदारी को मजबूती प्रदान की है।
शक्तिविहार में चुनावी कार्यालय के उद्घाटन के बाद से ही सुनीता सिंह पत्नी सुरेंद्र पनियाला ने प्रचार अभियान को और गति दी है। वह घर-घर जाकर मतदाताओं से संवाद कर रहे हैं और विकास के मुद्दों पर समर्थन मांग रहे हैं। उन्होंने वादा किया है कि अगर जनता उन्हें चुनती है, तो वह पाडली गुज्जर को एक मॉडल नगर पंचायत बनाएंगे।
पाडली गुज्जर में बढ़ते चुनावी तापमान के साथ, सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में हैं। देखना दिलचस्प होगा कि जनता के विश्वास की कसौटी पर कौन खरा उतरता है और नगर पंचायत में विकास की नई इबारत कौन लिखता है।