भाजपा सरकार की जीरो टोलरेंश को पलीता लगता दरगाह कार्यालय स्टाफ।
वक्फ निरीक्षक, प्रबंधक,कार्यालय स्टाफ मिलकर दरगाह दान का लाखो खेल रहे खेल,जिला अधिकारी व सी ई ओ वक्फ को गुमराह कर लुटवा रहे दरगाह की दान आय।
बिना विभाग की एन ओ सी के क्यों दूसरे विभाग के जे ई प्रबंधक बनने को तड़पते है,क्या जिला प्रशासन पर नही कोई अपने प्रशासनिक कार्यालयों में ईमानदार कर्मी
विभाग में काम अधिक होने के कारण अधीक्षकण अभियंता ने परवेज आलम को जिला अधिकारी को पत्र भेज बुलाया वापिस,प्रबंधक की उल्टी गिनती शुरू।
पिरान कलियर।
चो0 अनवर राणा पत्रकार।
दरगाह साबिर पाक की प्रबंध व्यवस्था संयुक्त रूप से देख रहे उत्तर खंड वक्फ बोर्ड सी ई ओ व जिला अधिकारी हरिद्वार को गुमराह व भृमित यहां पर दरगाह कार्यालय स्टाफ की जुगलबंदी सांठगांठ से प्रबंधक भी ईमानदारी से अवगत कराने में कोई रुचि नही लेता ओर तो ओर उच्च अधिकारियों के द्वारा किये गए कुछ मामलों में आदेश भी आपसी सेंटिंग कर या तो फाइल से ही गायब कर दिए जाते है या फिर ठंडे बस्ते में डालकर अधिकारी के ट्रांसफर का इंतजार करने के लिये आदत के अनुसार कुंडली मार कर बैठ जाते है कार्यालय स्टाफ कीसांठगांठ की वजह से ही दरगाह का लगभग आठ करोड़ रुपया 2018 में हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद की तीन माह में धारा 82 के अंतर्गत वसूली कर हइकोर्ट को भी अवगत कराये जाने के हुवे थे लेकिन कार्यालय स्टाफ ने अवैध धन उगाही के चलते उस आदेश को भी बसताये खामोसी में डाल दिया।क्षेत्र वासियो व अक़ीददत मन्द लोगो को वक्फ बोर्ड सी ई ओ डॉक्टर अहमद इक़बाल आई ए एस से की कार्यशैली को देखते हुवे आश बंधी है कि दरगाह कलियर स्टाफ में फैले इस भ्र्ष्टाचार की जांच कर कार्यवाही व दरगाह के वार्षिक ठेको के ठेकेदारों से जिनमे पूर्व चैरमेंन शराफत भी सामिल है पिछले बकाया वसूली,उपनल कर्मचारी द्वारा नियम विरुद्ध फर्जी कागजात तैयार कर नया पड़ सृजित कराकर नोकरी पाने की जांच रिपोर्ट नायाब तहसीलदार 18/09/2018 को तलब कर कार्यवाही तथा दरगाह की जमीन से अस्थायी व स्थायी अतिक्रमण उर्स 2019 से पूर्व हटाने के आदेश दरगाह हिट व जनहित करने के8 मांग भी जायरीनों द्वारा की जा रही है जिससे यहां पर देश विदेश से आने वाले दानदाताओं की सुहिलियत व सुविडज का इंतजाम हो सके।लेकिन दरगाह कार्यालय स्टाफ अपनी सुविधा में बढ़ाने के अलावा अधिकारियों को जायरीनों की सुविधा के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नही बल्कि दान के पैसे को लूटने की नई नई योजना बनाकर जैसे दरगाह के ठेको को चलते चलाते 15 दिन डबल लूट की गयी एक तो दरगाह के गोदाम से चढ़ाया हुआ चादर,दाना आदि समान लाखो रुपये का उठाया गया ओर दूसरे दुकानों पर बैठकर बेचा गया धन भी प्रतिदिन ठेकेदारों द्वारा दिए जा रहे धन से बहुत थोड़ा डॉगह खाते में जमा किया गया है इसकी जांच भी अधिकारियों को अपने स्तर से गहनता से कराई जानी चाहिये
पिरान कलियर दरगाह पर अपात्र व सड़क छाप कर्मी क्यों रखे जाते जब मिनिमम वेजिज से हाइकोर्ट के आदेश पर जब मिनिमम वेजिज से मानदेय मिलता है।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की/दरगाह प्रशासक ने गुप्त रूप से दरगाह पहुंचकर नकाब लगाकर स्वयम पकड़ीदरगाह कर्मियों की चोरी,दरगाह कार्यालय स्टाफ द्वारा उपलब्ध दस कर्मियों की सीडी में भी चोरी करते पकड़े दरगाह कर्मीयो की फिर क्यों दोबारा बिना नियमावली बनाये फाइल की गयी कार्यालय से वक्फ बोर्ड सी ई ओ को अग्रसारित की गयी ओर इस खेल में वक्फ निरीक्षक मोहमद अली की संलिप्ता की चर्चा जोरो पर हो रही ।क्योंकि पिछले उर्स में भी वक्फ निरीक्षक ने डॉगह की अस्थायी लगाई गयी बाहर से आने वाले दुकानदारों को दी जाने वाली तीन शेड व फड़ो की रशीद कटवाने ब्लेक की गयी ओर लाखो के व्यरे के न्यारे किये गए जिसका डॉगह कार्यालय में आज भी रेकार्ड है 2017,18 के उर्स से बहुत कम दुकानों को आय दिखाई गयी इस पूरे मामले की जांच भी अधिकारियों को करनी चाहिये जिससे रक्षकों द्वारा ही भक्षक बनकर डॉगह की दान की धनराशि को कैसे ठिकाने लगाया जा रहा है अपने उच्च अधिकारियों को गुमराह भृमित करके अपनी आय बढ़ाने में कोई कर्मचारी कमी नही छोड़ रहा है और कोई मोके पर पूछने वाला नही है।डॉगह प्रबंधक भी थोड़े से लालच में मुक़दरसक बना रात को आकर अपना हिस्सा ले जा रहा है जबकि इससे पूर्व के प्रबंध पूरा दिन ड्यूटी डॉगह कार्यालय में करते थे और अपने काम के साथ ही जायरीनों की दुख तकलीफ की बात भी सुनते थे ,लेकिन मौजूद प्रबंधक ने तो एक कर्मी को ही कार्यालय कुछ लालच में ही गिरवी रख दिया इसकी चर्चा जोरो पर है।दरगाह के अक़ीददत मन्द लोग जल्दी ही पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री,उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के सी ई ओ महोदय से मिलकर एस आई टी का गठन कर 2012 से लेकर 2019 तक के दरगाह कार्यालय में हुवे भ्र्ष्टाचार की जांच की मांग करेंगे।